Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Oct, 2017 04:29 PM
यूपी के डीजीपी सुलखान सिंह भले ही अपने पुलिस कर्मियों को जनता से शालीनता से पेश आने की हिदायत दे चुकें हो ,लेकिन इसका...
शाहजहांपुरः यूपी के डीजीपी सुलखान सिंह भले ही अपने पुलिस कर्मियों को जनता से शालीनता से पेश आने की हिदायत दे चुकें हो ,लेकिन इसका उनके कोई फर्क नहीं पड़ रहा। कुछ ऐसा ही मामला शाहजहांपुर में उजागर हुआ है। जहां दो पक्षों के मसले को सुलझाने के बजाय खुद ही विरोधी पक्ष के उपर दारोगा ने अपनी गुंडई दिखानी शुरू कर दी।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार मामला थाना तिलहर क्षेत्र के रानी खिरिया गांव का है। यहां के निवासी प्रधान अवनीश का गांव के ही रहने वाले राम औतार से चुनावी रंजिश चलती है। कुथ समय पहले दोनें पक्षों में किसी बात में झगड़ा हुआ था, जिसका पुलिस ने ने मामले समझौता करा दिया था।
पीड़ित पिता को उठा ले आए थाने
बीते दिन राम औतार ने फिर से अपने जान का खतरा बताकर चौकी में तहरीर दे दी।
जब बिरसिंहपुर पुलिस चौकी के इंचार्ज जगप्रताप सिंह परिहार को तहरीर मिली तो उन्होंने प्रधान अवनीश को फोन पर बताया और थाने आने के लिए कहा। दारोगा ने दोनों पक्षों को बुलाकर बातचीत करने के लिए कहा था, लेकिन जब तक प्रधान थाने पहुंचते तब तक दारोगा बाईक से प्रधान के पिता ओम प्रकाश को घर से उठा ले गए।
दारोगा को गुस्सा आने पर दी भद्दी-भद्दी गालियां
जब प्रधान को इसकी जानकारी हुई तो वह पुलिस चौकी पहुंचा। पिता के बारे में जानकारी ली तो दारोगा को गुस्सा आ गया। उन्होंने भद्दी-भद्दी गालियां देना शुरू कर दी। साथ ही प्रधान का कॉलर पकड़कर खीच लिया। दारोगा ने जमकर प्रधान से गाली-गलौज भी की।
पुलिस ने लगाया झूठा आरोप
उसके बाद पुलिस चौकी के सिपाही, प्रधान और उसके साथी पर रिवाल्वर छीनने का आरोप लगाने लगे। यहां तक की दरोगा ने आलाधिकारियों तक को सूचना कर दी कि पुलिस चौकी पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। आरोपी दारोगा ने तहरीर के आधार पर प्रधान अवनीश और उसके पिता ओमप्रकाश के खिलाफ आनन-फानन में धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।
एसपी का क्या है कहना
एसपी केबी सिंह ने कहा कि वायरल वीडियो के आधार पर मामले की जांच कराई जा रही है। सीओ तिलहर को इसकी जांच दी गई है। रिपोर्ट आने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।