Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Mar, 2018 12:57 PM
नब्बे के दशक तक दुर्दान्त दस्यु गिरोहों की शरणस्थली के तौर पर कुख्यात चंबल घाटी और आसपास के क्षेत्र में अब तेंदुओं का खौफ पसरा हुआ है। हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि...
इटावाः नब्बे के दशक तक दुर्दान्त दस्यु गिरोहों की शरणस्थली के तौर पर कुख्यात चंबल घाटी और आसपास के क्षेत्र में अब तेंदुओं का खौफ पसरा हुआ है। हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि चंबल इलाके से जुडे उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के चकरनगर,चांदई,फूटाताल, सिंडौस, पिपरौली गढिया, अहेरिया, सगरा आदि गांव के लोग तेंदुए की आवाज को सुन कर रात के अंधेरे मे जाग जाग कर जीवन गुजार रहे हैं।
वहीं चकरनगर के सरेंद्र सिंह,उषादेवी और बुदसिंह ने शिकायत कि रात को तेंदुओं की आवाजें गांववालों को डरा रही हैं। इसी कारण गांववालों को एकजुट होकर आग जला कर झुंड बना कर बैठना पड़ रहा है। यह सिलसिला कई दिनों से चल रहा है।
रमेश सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले एक बकरी का शिकार करने के अलावा तेंदुए का झुंड कई बार मवेशियों का शिकार करने के साथ-साथ एक पुजारी को भी मौत का शिकार बना चुका है। इसके बावजूद भी चंबल सेंचुरी के अफसरों पर आज तक इसका असर नही हुआ है।