Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Feb, 2018 10:32 AM
देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु का क्षेत्र रहा फूलपुर लोकसभा सीट पर 2014 में भाजपा ने पहली बार जीत हासिल की थी। भाजपा के उम्मीदवार रहे यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का दावा है कि फूलपुर में फिर से ‘फूल’ ही खिलेगा।
इलाहाबाद: देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु का क्षेत्र रहा फूलपुर लोकसभा सीट पर 2014 में भाजपा ने पहली बार जीत हासिल की थी। भाजपा के उम्मीदवार रहे यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का दावा है कि फूलपुर में फिर से ‘फूल’ ही खिलेगा।
लोकसभा का पहला चुनाव 1952 में हुआ था। पहले से तीसरे चुनाव तक लोकसभा में फूलपुर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व पं. नेहरु ने किया था। जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी ने लगभग हर चुनाव में उम्मीदवार खड़ा किया लेकिन पहली बार उसे 2014 में केशव प्रसाद मौर्य के रुप में सफलता मिली।
मौर्य एक बार फिर भाजपा की जीत के लिए आश्वस्त हैं। उनका दावा है कि फूलपुर की जनता उन्हें नेता नहीं बेटा मानती है। वह मानते हैं कि फूलपुर की जीत हार से उनका सीधा सम्बन्ध रहेगा। इसलिए उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार कौशलेन्द्र सिंह पटेल को जिताने के लिए उन्होंने एड़ी चोटी का जोर लगा रखा है।
राजनीतिक प्रेक्षक मानते हैं कि उपचुनाव में पूर्व सांसद अतीक अहमद की उम्मीदवारी भाजपा की जीत में सहायक सिद्ध हो सकती है। अतीक अहमद इलाहाबाद के रहने वाले हैं। आपराधिक छवि के अहमद फूलपुर से सांसद रह चुके हैं। इस बार निर्दलीय के रुप में पर्चा भरा है। उन्होंने देवरिया रिपीट देवरिया जेल से अपना नामांकन पत्र वकील के जरिए दाखिल किया है। इस संसदीय क्षेत्र में करीब 90 हजार की आबादी मुस्लिमों की है। माना जा रहा है कि अहमद की उम्मीदवारी से समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस प्रत्याशियों को झटका लगा है।