Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Feb, 2018 06:12 PM
सद में मुस्लिम महिलाओं को एक साथ तीन तलाक दिए जाने के खिलाफ बिल पास हो चुका है। लेकिन इसके बावजूद भी एक साथ तीन तलाक दिए जाने की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही। ऐसा ही एक मामला कौशांबी से सामने आया है। जहां शौहर ने दहेज में कार न मिलने के कारण अपने...
कौशांबीः संसद में मुस्लिम महिलाओं को एक साथ तीन तलाक दिए जाने के खिलाफ बिल पास हो चुका है। लेकिन इसके बावजूद भी एक साथ तीन तलाक दिए जाने की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही। ऐसा ही एक मामला कौशांबी से सामने आया है। जहां शौहर ने दहेज में कार न मिलने के कारण अपनी पत्नी को तीन तलाक दे दिया है। वहीं पीड़िता अब न्याय के लिए थाने के चक्कर काट रही है।
जानकारी के मुताबिक मामला करारी थाना क्षेत्र के गुवारा तैय्यब पुर गांव का है। जहां की निवासी कामिनी की शादी उसके पिता ने मस्तान के साथ की थी। कामिनी के मुताबिक उसके पिता ने अपनी हैसियत के अनुसार दहेज दिया था। इसके बावजूद उसका पति शादी के 1 साल बाद कार की मांग करने लगा।
पीड़िता का कहना है कि उसने अपने पति को बताया भी कि उसके मां-बाप बेहद गरीब हैं और किसी तरह मेहनत मजदूरी कर परिवार की देखभाल कर रहे हैं, लेकिन उसके पति का जुल्म और अत्याचार पिछले 6 महीनों से बढ़ता ही जा रहा है।
पीड़िता का आरोप है कि अाखिरकार उसके पति ने शराब के नशे में धुत होकर पहले तो उसके साथ मारपीट की। जब उसका इससे भी दिल नहीं भरा तो उसे तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया। पीड़िता अब इंसाफ के लिए थाने-पुलिस के चक्कर पे चक्कर काट रही है, लेकिन पुलिस ने अभी तक आरोपी पति के विरुद्ध प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज नहीं किया है।