Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Oct, 2017 02:47 PM
गत दिनों बाराबंकी पुलिस का अमानवीय चेहरा सबसे रू-ब-रू हुआ, जिसमें दबिश के लिए गई पुलिस ने एक गर्भवती महिला के पेट पर लात मार दी थी। इस मारपीट में महिला की मौके पर ही मौत भी हो गई। वहीं अब महिला की मौत और मौत के एकदम बाद उसके शव का आनन-फानन में अंतिम...
बाराबंकीः गत दिनों बाराबंकी पुलिस का अमानवीय चेहरा सबसे रू-ब-रू हुआ, जिसमें दबिश के लिए गई पुलिस ने एक गर्भवती महिला के पेट पर लात मार दी थी। इस मारपीट में महिला की मौके पर ही मौत भी हो गई। वहीं अब महिला की मौत और मौत के एकदम बाद उसके शव का आनन-फानन में अंतिम संस्कार करना पुलिस को मंहगा पड़ा है।
पुलिस ने गर्भवती महिला के पेट पर मारी लात
मृतक महिला के पति के मुताबिक दबिश देने आई पुलिस से घबराकर घर के लोग भाग रहे थे, लेकिन रुचि(गर्भवती महिला) वहां से भाग नहीं सकी। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी पहुंचे, उन्होंने जोर से लात मार दी, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई।
बिना पोस्टमार्टम रिपोर्ट, जबरन किया अंतिम संस्कार
आरोप है कि पुलिस ने आनन-फानन में महिला के शव का पोस्टमार्टम कराया। चूंकि महिला के परिजन कार्रवाई की बात कर रहे थे, इसलिए पुलिस ने बिना पोस्टमार्टम रिपोर्ट दाखिल किए, उसके शव का अंतिम संस्कार करवा दिया।
पुलिस ने दिया पैसों और जमीन का लालचः पति
मृतका के पति का यह भी आरोप है कि पुलिस के अफसर मामले को दबाने के लिए 2 लाख रुपए नकद और 4 बीघा जमीन देने का लालच दे रहे थे। मुझे दलित होने के कारण परेशान किया जा रहा है। पत्नी की मौत के बाद से पुलिस उसे मर्डर का दोषी बताने में जुट गई है।
अधिकारी नहीं मान रहे पुलिसकर्मियों की गलती
वहीं रामसनेहीघाट सर्किल के सीओ सुशील कुमार सिंह और एसडीएम राहुल यादव ने इस पूरे मामले में पुलिसकर्मियों की गलती मानने से इनकार किया है।
क्या था मामला?
दरअसल बीते दिन बाराबंकी पुलिस ने दबिश के दौरान एक घर पर धावा बोला था, जिसमें पुलिस को शक था कि कच्ची शराब बनाने का काम चलता है। वहीं इस बीच मची भगदड़ में एक गर्भवती महिला वहां ही रह गई। आरोप के मुताबिक पुलिसकर्मियों ने गर्भवती महिला के पेट पर लात मार दी, जिससे उसकी और अजन्मे बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई।