Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Sep, 2017 10:28 AM
कहते है सफलता किसी की मोहताज नहीं होती है, छोटे कस्बों में भी कई बड़े अरमान पूरे हो जाते है...
वाराणसीः कहते है सफलता किसी की मोहताज नहीं होती है, छोटे कस्बों में भी कई बड़े अरमान पूरे हो जाते है। ऐसी ही उपलब्धि की मलिका वाराणसी की रहने वाली सुप्रिया बनी है। सुप्रिया ने मेरठ में बीते 24 से 31 अगस्त के बीच आयोजित स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में परचम लहराते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया है।
गृहणी जीवन को चलाते हुए पाया मुकाम
बता दें कि गृहणी होते हुए भी सुप्रिया ने अपने पति और परिजनों के सहयोग से घर के ही छत पर प्रैक्टिस करते हुए यह मुकाम हासिल किया है। सुप्रिया बताती हैं कि उनके पति भूपेंद्र प्रताप सिंह जो खुद राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज रहे हैं। उन्होंने हर कदम पर उनका साथ दिया और सुप्रिया की प्रैक्टिस के लिए घर के छत पर ही 10मीटर शूटिंग रेंज की व्यवस्था कर उन्हें सिखाया।
राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने की है लालसा
उन्होंने कहा कि मेरे पति की दिली तमन्ना है कि वो आगे राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिता में हिस्सा ले और अपना परचम लहराए। उनका मानना है कि कट्टर इच्छा शक्ति हो तो इंसान अपनी मंजिल किसी भी परिस्थिति में रहकर हासिल कर सकता है। उनको भी अपने प्रयास के दौरान शुरुआती दौर में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा लेकिन, अपने लक्ष्य से वो पीछे नहीं हटी।
सुविधाओं का है अभाव
सुप्रिया के पति भूपेंद्र ने कहा कि वाराणसी में एक लंबे समय से निशानेबाजों के लिए जिला राइफल क्लब के रेंज को आधुनिक बनाने के लिए प्रशासन से मांग की जा रही है जिसे अगर स्वीकार्य कर लिया जाता है तो निश्चित तौर पर यहां से पुरुष ही नहीं बल्कि न जाने कितनी महिलाएं भी अपने देश का नाम विश्व पटल पर सुशोभित कर सकेगी।