Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Sep, 2017 03:31 PM
योगी आदित्यनाथ रविवार को गोरखपुर पहुंचे। यहां उन्होंने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि गोरख पीठ ने धर्म के वास्तविक अर्थ को चरितार्थ किया है....
गोरखपुरः योगी आदित्यनाथ रविवार को गोरखपुर पहुंचे। यहां उन्होंने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि गोरख पीठ ने धर्म के वास्तविक अर्थ को चरितार्थ किया है। मध्यकाल में इस पीठ पर तमाम संकट आए, यहां के आध्यात्मिक वैभव को खत्म करने का प्रयास किया गया। लेकिन महंत दिग्विजयनाथ ने अपने नाम के अनुरूप कार्य किया और वैभव को कायम रखा।
धर्म के बारे चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि धर्म केवल कर्मकांड और प्रवचन तक ही सीमित नहीं है। सार्थकता बनाए रखने के लिए इसको व्यवहारिक रूप देना जरूरी है। यह कार्य गोरक्षपीठ शुरू से करती रही है। पीठ से जुड़े 55 से अधिक सेवा प्रकल्पों के माध्यम से। योगी ने इसके लिए महंत अवेद्यनाथ के प्रयासों की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि वह कहते थे कि कोई भी कार्य व्यवसाय की दृष्टि से नहीं सेवा भाव से किया जाना चाहिए।
योगी ने छुआछूत को समाप्त करने को लेकर अवेद्यनाथ की प्रतिबद्धता बताते हुए कहा कि वह इस सम्बंध में किसी तरह का तर्क सुनने के लिए तैयार नहीं थे। उनका मानना था कि छुआछूत से समाज बंटता है और इससे राष्ट्र कमजोर होता है।