Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Mar, 2018 11:35 AM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अादित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ मेट्रो के प्रधान सलाहकार डाॅ. श्रीधरन से खास मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान उनके साथ प्रबन्ध निदेशक कुमार केशव भी मौजूद रहे। यह मुलाकात गोरखपुर, वाराणसी व इलाहाबाद जैसे महत्वपूर्ण शहरों...
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अादित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ मेट्रो के प्रधान सलाहकार डाॅ. श्रीधरन से खास मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान उनके साथ प्रबन्ध निदेशक कुमार केशव भी मौजूद रहे। यह मुलाकात गोरखपुर, वाराणसी व इलाहाबाद जैसे महत्वपूर्ण शहरों में आने वाली मेट्रो परियोजनाओं के विकास के बारे में जानकारी लेने के लिए की गई।
निर्धारित समय के भीतर ही कर लिया जाएगा पूर्ण
मुलाकात के दौरान श्रीधरन ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि लखनऊ मेट्रो के काॅरिडोर चरण 1ए का काम बहुत अच्छी तरह से चल रहा है जो कि निर्धारित तय समय-सीमा के भीतर ही पूर्ण कर लिया जाएगा। प्रधान सलाहकार ने कहा कि इन शहरों के मेट्रो रेल परियोजनाओं के डी.पी.आर. भी जल्द से जल्द लखनऊ मेट्रो द्वारा राज्य सरकार को स्वीकृति के लिए सौप दिए जाएगें।
परियोजनाओं की रूपरेखा के सम्बन्ध में किया गया विचार विमर्श
डाॅ. श्रीधरन द्वारा तत्पश्चात् मुख्य सचिव, उ.प्र.शासन से भी भेंट की गई तथा उनसे प्रदेश में क्रियान्वित की जा रही एवं क्रियान्वित की जाने वाली परियोजनाओं की रूपरेखा के सम्बन्ध में विस्तृत विचार विमर्श किया गया। मुख्य सचिव द्वारा डाॅ. श्रीधरन को प्रदेश के अन्य नगरों में लो-काॅस्ट टेक्नोलाॅजी पर आधारित मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के क्रियान्वयन पर विचार करने को कहा गया। उनके द्वारा इस सम्बन्ध में अन्य रेल आधारित वैकल्पिक साधनों के परीक्षण किए जाने के सम्बन्ध में बल दिया गया। डाॅ. श्रीधरन द्वारा मुख्य सचिव को अवगत कराया गया कि इस सम्बन्ध में काॅस्ट आॅप्टिमाइजेशन का कार्य पहले से ही किया जा रहा है तथा शीघ्र ही इस सम्बन्ध में उन्हें अवगत कराया जाएगा।
बता दें कि कानपुर, आगरा एवं मेरठ मेट्रो रेल परियोजनाओं की डी.पी.आर. दिनांक 25.01.2018 को भारत सरकार के आश्वासन और शहरी कार्य मंत्रालय में स्वीकृति हेतु जमा की गई है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने इन शहरों में जल्द से जल्द मेट्रो शुरू करने को लेकर अपनी इच्छा जताई। इसके लिए उन्होंने केन्द्र सरकार से इनके विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डी.पी.आर) के शीघ्र अति शीघ्र स्वीकृति के लिए आश्वासन दिया।