Edited By ,Updated: 28 Sep, 2016 03:20 PM
किसी जहरीले और खतरनाक सांप को देखते ही लोगों के पसीने छूट जाते है लेकिन बस्ती के जिले दुबौलिया थाना क्षेत्र पिरौली गांव में ...
लखनऊ: किसी जहरीले और खतरनाक सांप को देखते ही लोगों के पसीने छूट जाते है लेकिन बस्ती के जिले दुबौलिया थाना क्षेत्र पिरौली गांव में हुक्कुल नाम निवासी सांपों के बीच रहना पसंद करता है। अब उसके बच्चे भी इनके साथ खेलना पसंद करते है। हुक्कुल ने बताया कि जब छोटी उम्र का था जब से सांप इसके साथ रहने लगे। जब हुक्कुम के बच्चे पढ़ाई करना बैठता हैं तो सांप भी उनके साथ चारपाई पर बैठ जाते हैं।
हुक्कुल को सांपो के साथ रहते हुए देखकर कई बार गांव के लोग उसे सांंप पकडऩे के लिए घर बुला लेते हैं। हक्कुल का कहना है कि पहले कच्चे मकान में ये सांप सुरक्षित रहते थे, लेकिन अब इनके रहने की कोई जगह नहीं बची है। इस वजह से ये अब ज्यादा लोगों को काटते हैं । हक्कुल का पूरा घर इन सांपों के साथ एक परिवार की तरह रहते हैं। छोटे-छोटे बच्चे भी इन सांपों के साथ खेलते हैं। जब ये बच्चे पढ़ाई लिखाई करते हैं तो भी सांप इनकी चारपाई पर सुरक्षा के लिए मुस्तैद रहते हैं। इन छोटे-छोटे बच्चों को सांपों से डर नहीं लगता, ये बिना डरे इन के साथ खेलते रहते हैं।
हक्कुल के अनुसार सांपो का रहना जरूरी है क्योंकि यह इंसान का आधा जीवन हैं। सांपों के संरक्षण के लिए हक्कुल 2009 से सरकार से मदद मांग रहे हैं। वह कहते हैं कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के यहां से जनसूचना मांगी गई लेकिन आज तक कोई सूचना नहीं दी गई है। हक्कुल ने सरकार से इन सांपो को पालने के लिए अनुमति मांगी थी, लेकिन राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के यहां से जवाब आया कि प्रतिदिन वन विभाग के कर्मचारी आकर सांपों को ले जाए। लेकिन वन विभाग इन सांपों को नहीं ले जाता।