Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jan, 2018 09:05 AM
केंद्र सरकार ने सीआईएसएफ के प्रमुख ओपी सिंह को उनके कैडर उत्तर प्रदेश के लिए कार्यमुक्त कर दिया। अब वह राज्य के पुलिस महानिदेश (डीजीपी) की जिम्मेदारी संभालेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्त समिति ने....
लखनऊ: केंद्र सरकार ने सीआईएसएफ के प्रमुख ओपी सिंह को उनके कैडर उत्तर प्रदेश के लिए कार्यमुक्त कर दिया। अब वह राज्य के पुलिस महानिदेश (डीजीपी) की जिम्मेदारी संभालेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्त समिति ने गृह मंत्रालय के एक प्रस्ताव को मंजूर करने का आदेश जारी किया। इस प्रस्ताव में कहा गया था कि 1983 के आईपीएस अधिकारी सिंह को समयपूर्व उनके मूल कैडर में भेजा जाए।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सिंह (59) मंगलवार को उत्तर प्रदेश के नए डीजीपी की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। वह पिछले साल सितंबर से केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के प्रमुख की भूमिका निभा रहे थे और सीआईएसएफ के कामकाज की व्यवस्था में कुछ बड़े बदलावों का श्रेय उनको दिया जाता है।
सीआईएसएफ का प्रमुख बनने से पहले वह राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के प्रमुख के तौर पर काम कर रहे थे। एनडीआरफ में उन्होंने कई बार अपने लोगों का आगे बढ़कर नेतृत्व किया। अप्रैल, 2015 में नेपाल के भूकंप की त्रासदी के बाद राहत एवं बचाव कार्य में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। केंद्र सरकार जल्द ही सीआईएसएफ के नए महानिदेशक की नियुक्ति कर सकती है।
तेज तर्रार और साफ-सुथरी छवि वाले अफसर सिंह इस वक्त सीआईएसएफ के महानिदेशक हैं। ओपी सिंह 1983 बैच के आईपीएस अफसर हैं। ओपी सिंह अल्मोड़ा (अब उत्तराखंड में), खीरी, बुलंदशहर, लखनऊ, इलाहाबाद और मुरादाबाद के एसएसपी रह चुके हैं। खीरी में उनका सबसे लंबा कार्यकाल डेढ़ वर्ष रहा। सबसे पहले बतौर ट्रेनी एएसपी वाराणसी में उनकी पहली नियुक्ति हुई थी।