Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Aug, 2017 02:59 PM
बसपा की अध्यक्ष मायावती ने 18 जुलाई को राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद से हर 18 तारीख को अहम बनाने की राह पर अपनी मुहीम को शुरू कर दिया है...
लखनऊः बसपा की अध्यक्ष मायावती ने 18 जुलाई को राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद से हर 18 तारीख को अहम बनाने की राह पर अपनी मुहीम को शुरू कर दिया है। मायावती 18 सितंबर से सड़कों पर उतरने जा रही है। कार्यक्रम के मुताबिक मायावती हर दो मंडल को मिलाकर एक बैठक लेंगी।
जानकारी के अनुसार मायावती ने भाजपा के खिलाफ बहुत ही अचूक मास्टर स्ट्रोक खेला है। उनकी हर बैठक में कम से कम ढाई लाख कार्यकर्त्ता शामिल होंगे। इस बैठक को सफल बनाने में लगी बसपा की टीम ने यह तय किया है कि कार्यकर्त्ता सम्मेलन में हर विधानसभा से 5 हजार लोग पहुंचेंगे।
मायावती की ओर से छेड़ी गई इस मुहीम को लेकर पार्टी के तमाम छोटे-बड़े नेता कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। बसपा की एक बड़ी कोशिश दलित और पिछड़े वोटों को एकजुट बनाए रखने की भी है। इस रैली के जरिए बसपा यह भी साबित कर देना चाहती है कि दलित वोट पार्टी के साथ मजबूती से खड़ा है।