Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Feb, 2018 09:00 AM
सपा के अध्यक्ष एवं पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा की केन्द्र में 4 साल और प्रदेश में करीब 1 साल से सरकार है, अब भाजपा को चाय पर नहीं सच्चाई पर चर्चा करनी चाहिए। यादव ने एक बयान में कहा कि इन सरकारों ने सत्ता पाने के बाद सिर्फ चाय पर चर्चा...
लखनऊ: सपा के अध्यक्ष एवं पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा की केन्द्र में 4 साल और प्रदेश में करीब 1 साल से सरकार है, अब भाजपा को चाय पर नहीं सच्चाई पर चर्चा करनी चाहिए। यादव ने एक बयान में कहा कि इन सरकारों ने सत्ता पाने के बाद सिर्फ चाय पर चर्चा की है। अब चाय पर नहीं सच्चाई पर चर्चा होनी चाहिए कि देश की इतनी दुर्दशा कैसे हो गई।
उन्होंने कहा कि आज यहां स्थिति यह है कि समाज का हर वर्ग पीड़ित और आक्रोशित है। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर है। किसान बदहाल है और आत्महत्याएं कर रहा है। महिलाओं और बच्चियों तक की इज्जत सुरक्षित नहीं है। व्यापारी, अधिवक्ता, शिक्षक सभी परेशान हैं। चुनाव के समय भाजपा ने जनता से जो वादे किए थे उन्हें अब भुला दिया गया है। भाजपा सरकार सच्चाई का सामना करने से कतराती है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि सच तो यह है कि भाजपा राज में देश-प्रदेश 5 साल पीछे चले गए हैं। मंहगाई पर रोक नहीं लगी है। जनता की गाढ़ी कमाई पूंजी घराने लूट रहे हैं। इनकी नीतियां उद्योगपतियों के हित में है। इनकी नीयत गरीबों की भलाई करने की नहीं है। नौजवान बेरोजगारी के शिकार हैं। उन्हें रोजगार देने के दावे झूठे साबित हुए हैं। छोटे उद्योगधंधे बंद हो रहे हैं। देश के एक प्रतिशत के पास 73 फीसदी संपति है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की नीतियों के फलस्वरूप आर्थिक-सामाजिक असमानता बढ़ी है।
उन्होंने कहा कि इसमें दो राय नहीं कि भाजपा सरकारों की गलत नीतियों के चलते प्रदेश में तमाम विषमताएं पैदा हो गई हैं। इन सरकारों ने अभी तक जनहित की अपनी कोई योजना नहीं पेश की है,बल्कि प्रदेश में समाजवादी सरकार की योजनाओं को ही अपना नाम देकर चलाया जा रहा है। यादव ने कहा कि उनके कार्यकाल में जिन योजनाओं का उद्घाटन किया था उनका ही पुन: उद्घाटन कर नेकनामी हासिल की जा रही है। इसलिए भाजपा सरकार ने जनहित में जिन विषयों की अनदेखी की है उनकी ‘सच्चाई पर चर्चा’होना बहुत जरूरी है। जनता को इससे पता चलेगा कि ‘मन की बात’ की असली मंशा क्या है।