Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jul, 2017 01:17 PM
वाराणसी से बीजेपी विधायक के लखनऊ आवास पर युवती से गैंगरेप मामले में उनके नौकर और गनर की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक बाजार गर्म है...
वाराणसीः वाराणसी से बीजेपी विधायक के लखनऊ आवास पर युवती से गैंगरेप मामले में उनके नौकर और गनर की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक बाजार गर्म है। जिसकी एक झलक वाराणसी में भी देखने को मिली। सपा और कांग्रेस की युवा ईकाई ने विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दोनों ही पार्टियों ने शहर में विधायक का पुतला फूंका और उन्हें पार्टी से तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है।
कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी
दरअसल विधायक के गनर और नौकर की शर्मनाक करतूत की खबर जैसे ही शहर में पहुंची विपक्षी पार्टियां सड़कों पर उतर आईं। प्रदेश सचिव अमित राय की अगुवाई में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने मंडुवाडीह में सौरभ श्रीवास्तव का पुतला फूंका, वहीं सपा की युवा ईकाई के कार्यकर्ताओं ने लंका स्थित संत रविदास गेट पर प्रदर्शन किया।
तत्काल पार्टी से निकालने की मांग
विरोधियों का कहना था कि एक ओर प्रधानमंत्री बेटियों को बचाने की बात करते हैं वहीं दूसरी ओर उनकी ही पार्टी के विधायक के आवास पर ऐसा कृत्य होता है। ऐसे में विधायक को तत्काल पार्टी से बाहर करना चाहिए।
पहले भी विवादों में रहें हैं सौरभ श्रीवास्तव
गौरतलब है कि कैंट से पहली बार विधायक चुने गए सौरभ श्रीवास्तव दिग्गज नेता रहे हरीश चंद्र श्रीवास्तव के बेटे हैं। कैंट सीट से सौरभ श्रीवास्तव का परिवार जीतता आ रहा है। हरीश के बाद उनकी पत्नी ज्योत्सना श्रीवास्तव विधायक रही। हालांकि बढ़ती उम्र को देखते हुए इस बार पार्टी ने ज्योत्सना की जगह उनके बेटे सौरभ को टिकट दिया। विधानसभा चुनाव के दौरान सौरभ की दावेदारी को लेकर जमकर विरोध हुआ था। बीजेपी के एक गुट ने खुलेआम उनके नाम पर आपत्ति जताई थी।