Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jan, 2018 11:58 AM
ताजनगरी में मेट्रो के डीपीआर पर योगी सरकार की मुहर लग चुकी है, लेकिन आगरा के बीजेपी विधायक आगरा में मेट्रो नहीं चाहते। उनका मानना है कि इससे आगरा की सड़के खुद जाएंगी और 5 सालों तक ....
आगराः ताजनगरी में मेट्रो के डीपीआर पर योगी सरकार की मुहर लग चुकी है, लेकिन आगरा के बीजेपी विधायक आगरा में मेट्रो नहीं चाहते। उनका मानना है कि इससे आगरा की सड़के खुद जाएंगी और 5 सालों तक शहर नरक बन जाएगा। वहीं मेट्रो के डीपीआर को मंजूरी मिलने के बाद बीजेपी के सांसद और विधायकों में श्रेय लेने की होड़ मची है।
आगरा शहर उत्तरी से विधायक जगन प्रसाद गर्ग मेट्रो को आगरा जैसे छोटे शहर के लिए उचित नहीं मानते हैं। उनका कहना है आगरा में मेट्रो से विकास नहीं होगा बल्कि सड़के और सीवर लाइन खुद जाएंगी, जिससे जनता मुसीबत में फंस जाएगी। आगरा में गंगाजल की पाइप लाइन के कारण वैसे ही पूरा शहर खुदा है ऐसे में मेट्रो से सड़को पर चलना मुश्किल होगा।
उधर, बीजेपी सांसद राम शंकर कठेरिया विधायक जी की बात से इत्तेफाक नहीं रखते है। उनका कहना है कि जिस तरह से देश की आबादी बढ़ रही है, उससे इस तरह की सहूलियत देना जरुरी है। क्योंकि मेट्रो ट्रेन ने दिल्लीवासियों को राहत मिली है और ये बीजेपी सरकार की दूर दृष्टि है। ये शहर और भविष्य के लिए उपयोगी साबित होगी। अब आगरा में मेट्रो परियोजना के लिए बीजेपी नेताओ में बयानबाजी शुरू है, जबकि समाजवादी पार्टी के नेता मेट्रो को अखिलेश यादव की देन बता रहे है।