Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jul, 2017 02:35 PM
सूबे में भले ही निजाम बदल गया हो पर नहीं बदली है तो यहां की कानून व्यवस्था। प्रदेश की सत्ता पर काबिज योगी सरकार सुरक्षा के मोर्चे पर फेल होती दिख रही है....
बाराबंकीः सूबे में भले ही निजाम बदल गया हो पर नहीं बदली है तो यहां की कानून व्यवस्था। प्रदेश की सत्ता पर काबिज योगी सरकार सुरक्षा के मोर्चे पर फेल होती दिख रही है। हर दिन यूपी में गंभीर वारदातों की खबरें सुर्खियां बन रही हैं। कभी आम आदमी बदहाल कानून व्यवस्था का शिकार बन रहा है तो कभी नेता। ऐसी ही एक वारदात यूपी की राजधानी से सटे जिले बाराबंकी में घटी है।
जानिए पूरा मामला
बीती शाम को एक बीजेपी नेता पर जानलेवा हमला हुआ। इस हमले में बीजेपी नेता के परिवार पर भी लाठी-डंडे और गोलियां चलाई गईं। इस जानलेवा हमले में 2 लोगों को गोली लगी है। जबकि 2 अन्य लोग घायल हुए हैं। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया। साथ ही मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है।
मामली बहस बनी विवाद
बता दें कि बाराबंकी में शनिवार को लोनीकटरा के पास भिलवल में बीजेपी के पूर्व मंडल अध्यक्ष प्रहलाद शरण जायसवाल और उनके परिवार पर जानलेवा हमला हो गया। जानकारी के मुताबिक ये हमला चुनावी रंजिश में किया गया है।
दर्जनों बदमाशों ने नेता समेत परिवार पर बरसाई गोलियां
प्रहलाद शरण जायसवाल के मुताबिक उनकी भिलवल बाजार में एक दुकान है। उस दुकान पर उनका बेटा पुष्कर जायसवाल बैठा था। जहां पर गांव का ही शिवपाल यादव ने उसे गालियां देने लगा। जिसके बाद दोनों में कहासुनी हुई। इतना सब कुछ होने के कुछ देर बाद शिवपाल यादव अपने पिता लालता प्रसाद, चाचा बलराम यादव और लगभग एक दर्जन लोगों के साथ वापस दुकान पर आ धमका।
चुनावी रंजिश का मामलाः पुलिस
इन सभी लोगों ने पुष्कर और प्रहलाद को लाठी-डोंडो से जमकर पीटा और फायरिंग कर दी। इस हमले में बीजेपी नेता प्रहलाद, पुत्र पुष्कर, भाई और ग्राम प्रधान के पति अर्जुन निगम गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं इस पूरे मामले पर प्रभारी एसपी शशिकांत तिवारी ने कहा कि ये पूरा मामला पंचायत चुनाव के दौरान हुई रंजिश का है। जिसमें पूर्व प्रधान के लोगों ने मौजूदा प्रधान के परिवार को निशाना बनाया है।