Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jan, 2018 09:00 AM
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि कासगंज में सांप्रदायिक हिंसा की घटना उत्तर प्रदेश के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक है। लोकतंत्र में ऐसी घटनाओं के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि कासगंज में सांप्रदायिक हिंसा की घटना उत्तर प्रदेश के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक है। लोकतंत्र में ऐसी घटनाओं के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए। उन्होंने जनता से आपसी सद्भाव एवं भाईचारा बनाए रखने की अपील की है। समाज में अमन-चैन कायम रहना चाहिए।
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार में लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है। भाजपा का नफरत फैलाने का इतिहास रहा है। देश के जिन भी राज्यों में भाजपा सत्ता में रही है, वहां इनका सामाजिक विभाजन करने का उद्देश्य रहता है। उत्तर प्रदेश में पिछले 10 महीने में जिस तरह भाजपा की नीतियों से सामाजिक बंटवारा बढ़ रहा है, वह सामाजिक व्यवस्था के लिए खतरा है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश को आगे ले जाने में हिन्दू-मुसलमान दोनों का बराबर योगदान रहा है। सामाजिक वैमनस्यता, घृणा, द्वेष आधारित राजनीति भारतीय संविधान विरोधी है। जनमत के द्वारा चुनी गई सरकार की यह जिम्मेदारी होती है कि सामाजिक समरसता बनी रहे, लेकिन भाजपा सरकार ऐसी व्यवस्था बनाने में असफल हो गई है। गंगा-जमुनी तहजीब को आगे बढ़ाने की जगह भाजपा समाज को बंटवारे की ओर ले जा रही है। उन्होंनेे कहा कि भाजपा का समाज को बांटने का षड्यंत्र सफल नहीं हो पाएगा।