Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Mar, 2018 02:24 PM
आगामी 23 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए हर पार्टी ने अपनी कमर कस ली है। सभी पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों का एेलान कर दिया है। तकरीबन- तकरीबन सभी प्रत्याशियों ने नामांकन भी भर लिया है। वहीं इस बीचे कई नेताओं के राज्यसभा जाने के सपनों पर...
लखनऊः आगामी 23 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए हर पार्टी ने अपनी कमर कस ली है। सभी पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों का एेलान कर दिया है। तकरीबन- तकरीबन सभी प्रत्याशियों ने नामांकन भी भर लिया है। वहीं इस बीच कई नेताओं के राज्यसभा जाने के सपनों पर पानी भी फिरा है। उन्हीं में से एक हैं पार्टी के फायरब्रांड नेता और कभी राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा रहे विनय कटियार।
दरअसल राज्यसभा में विनय कटियार का कार्यकाल खत्म हो रहा है और बीजेपी ने उन्हें दोबारा प्रत्याशी नहीं बनाया है। रविवार को अलग-अलग प्रदेशों के लिए जारी आखिरी सूची में विनय कटियार का नाम शामिल नहीं है। जिसके बाद कहा जा रहा है कि पार्टी ने उन से दरकिनारा कर लिया है।
हालांकि विनय कटियार को दोबारा प्रत्याशी न बनाए जाने पर पार्टी की तरफ से कोई प्रातक्रिया सामने नहीं आई है। जिसके बाद से अटकलों का बाजार गर्म है। कहा जा रहा है कि पार्टी उन्हें लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। वहीं वे 2019 में लोकसभा का चुनाव भी लड़ सकते हैं। अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में रहने वाले कटियार कई बार पार्टी को मुश्किल में डाल चुके हैं। इतना ही नहीं कई बार पार्टी को उनके विवादित बयान के लिए सफाई भी देनी पड़ी थी।
पंजाब केसरी की टीम से बातचीत के दौरान विनय कटियार ने कहा कि लिस्ट में नाम न होने पर मैं कुछ नहीं कह सकता। वैसे तीन बार लोकसभा और दो बार राज्य सभा का सांसद रह चुका हूं। पांच बार सांसद रहा हूं। अब पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी उसे देखेंगे। 2019 के लोकसभा चुनाव लड़ने पर कटियार ने कहा कि अब जो पार्टी का आदेश होगा, उसका पालन होगा। वैसे राजनीति में सिर्फ काम किया जाता है।