Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Oct, 2017 02:11 PM
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई के लिए बड़े बदलाव की तैयारी कर ली है। दरअसल सरकार ने यह फैसला लिया है कि मौलवियों को एनसीआरटी की किताबों से बच्चों को शिक्षा देनी होगी...
लखनऊः उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई के लिए बड़े बदलाव की तैयारी कर ली है। दरअसल सरकार ने यह फैसला लिया है कि मौलवियों को एनसीआरटी की किताबों से बच्चों को शिक्षा देनी होगी।
बता दें कि प्रस्ताव लागू होने के बाद मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे एनसीआरटी की किताबों से अपना भविष्य बनाएंगे। तैतानिया (क्लास 1 से 5) और फौकानिया (क्लास 5 से 8) तक नए विषय की पढ़ाई करने के बाद मदरसा बोर्ड अब आलिया या उच्च आलिया स्तर (10th और उससे ऊपर) पर भी आधुनिक विषयों को अनिवार्य करने की तैयारी कर रहा है।
मदरसों में गणित, साइंस, कंप्यूटर, इतिहास और भूगोल पढ़ाने की प्रदेश सरकार से मंजूरी मिलने के बाद मदरसा बोर्ड इन विषयों को जरूरी करने के लिए प्रस्ताव तैयार कर रहा है। मदरसा बोर्ड के मुंशी, मौलवी, आलिम अरबी, फारसी व उर्दू, हिंदी, इंग्लिश के साथ ही सोशल साइंस, साइंस, नागरिक शास्त्र, कंप्यूटर विषय विकल्प के तौर पर पढ़ाए जा रहे हैं।