Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Oct, 2017 12:01 PM
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के पहले जालौन की राजनीति में उताव-चढ़ाव देखने को मिल रहें हैं। सपा के सांसद रहे कद्दावर नेता...
जालौनः उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के पहले जालौन की राजनीति में उताव-चढ़ाव देखने को मिल रहें हैं। सपा के सांसद रहे कद्दावर नेता घनश्याम अनुरागी ने बसपा का दामन थाम लिया है। पार्टी से निष्कासित घनश्याम अनुरागी का यह कदम समाजवादी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
घनश्याम अनुरागी के राजनीति सफर की बात करें तो उन्होंने पहले प्रधानी चुनाव से शुरूआत की। लोगों की समस्या को सुलझाना और गरीबों की मदद करने की आदत से वह जनता के चहेते बने। इसके बाद जिला पंचायत अध्य्क्ष और फिर सांसद का चुनाव जीतकर अनुरागी ने बुन्देलखण्ड में अपनी अलग पहचान बना ली।
अनुरागी ने 2004 में सपा के टिकट पर जालौन-गरौठा-भोगनीपुर सीट से सांसद का चुनाव लड़े, लेकिन मामूली अन्तर से उन्हें हार मिली। इसके बाद सपा ने दोबारा से अनुरागी पर भरोसा जताया और 2009 में इसी क्षेत्र से सांसद का टिकट दिया और अनुरागी ने जीत हासिल की।
गौरतलब है कि बसपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव बृजलाल खाबरी ने विधानसभा चुनाव से पहले बसपा छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया। जिससे बसपा को बड़ा झटका लगा था। इसके बाद से ही जालौन में बहुजन समाज पार्टी को किसी कद्दावर नेता की जरूरत थी। वहीं आजमगढ़ में हुए रैली के दौरान बसपा सुप्रीमो ने घनश्याम अनुरागी को बसपा में शामिल कराया।