Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jan, 2018 02:17 PM
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में उस समय हड़कंप मच गया जब रामजन्मभूमि परिसर में अचानक धुंआ निकलने लगा। वहीं इस घटना से पूरे परिसर में मौजूद लोग घबरा गए। आनन-फानन में सुरक्षाकर्मियों ने जरूरी सतर्कता,.....
अयोध्याः उत्तर प्रदेश के अयोध्या में उस समय हड़कंप मच गया जब रामजन्मभूमि परिसर में अचानक धुंआ निकलने लगा। वहीं इस घटना से पूरे परिसर में मौजूद लोग घबरा गए। आनन-फानन में सुरक्षाकर्मियों ने जरूरी सतर्कता बरतने के साथ ही घटना की सूचना अधिकारियों को दी।
सूचना के आधार पर कुछ ही देर में अधिग्रहीत परिसर के रिसीवर व कमिश्नर मनोज कुमार मिश्र सहित पुलिस व प्रशासन के कई अफसर जन्मभूमि पहुंच गए। अफसरों की मौजूदगी में पानी डालकर और फायर सिलेण्डर से केमिकल का छिड़काव करके धुएं को नियंत्रित किया गया।
वहीं इस मामले पर परिसर के रिसीवर मंडलायुक्त का कहना है कि परिसर में कहीं आग नहीं लगी है। जमीन के अंदर से भाप निकल रही थी, जिसे गलतफहमी में धुआं समझ लिया गया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश से आर्कियालॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के पुरातत्वविद् हर माह के दूसरे रविवार को नियुक्त पर्यवेक्षकों एवं हिन्दू-मुस्लिम पक्षकारों की मौजूदगी में उत्खनित क्षेत्र का निरीक्षण करते हैं। घटना की जांच के लिए अब विशेषज्ञों की टीम 28 जनवरी को आएगी।
रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येन्द्र दास शास्त्री ने बताया कि गर्भगृह की उत्तर दिशा में काफी पहले एएसआई टीम की ओर से पुरातात्विक दृष्टि से खुदाई की गई थी। जिसके बाद खोदे गए गड्ढों (ट्रिंचेज) में पालीथीन लगाकर बालू भरकर ऊपर से बोरियां डाल दी गई थीं। उन्होंने बताया कि वहीं पर फायर सर्विस का भी टेण्ट लगा है। इसी टेण्ट के पास से धुआं निकलने लगा। जिसके बाद मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई। उन्होंने बताया कि सुरक्षाकर्मियों के केमिकल छिड़काव करने से धुआं निकलना बंद हो गया है।