Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Feb, 2018 03:20 PM
गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा होते ही सभी पार्टियों में राजनीति सरगर्मियां तेज हो गई हैं। फूलपुर में सपा, कांग्रेस और बीजेपी के साथ ही पूर्व सांसद बाहुबली अतीक अहमद के निर्दलीय चुनाव मैदान में कूदने की वजह से इस सीट पर मुकाबला...
लखनऊः गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा होते ही सभी पार्टियों में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। फूलपुर में सपा, कांग्रेस और बीजेपी के साथ ही पूर्व सांसद बाहुबली अतीक अहमद के निर्दलीय चुनाव मैदान में कूदने की वजह से इस सीट पर मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है। अतीक अहमद के चुनाव मैदान में आने के बाद उपचुनाव में सारे सियासी समीकरण उलट गए हैं।
बता दें कि अतीक अहमद के चुनाव मैदान में उतरने से सबसे ज्यादा मुश्किल में खुद सपा ही है। हांलाकि, सपा प्रत्याशी नागेन्द्र सिंह पटेल अतीक के आने से किसी भी मुश्किल से इंकार कर रहे हैं। नागेन्द्र पटेल ने कहा कि अतीक अहमद इस सीट से हमारे सांसद रह चुके हैं। हम उनका सम्मान करते हैं। मुस्लिम मतदाता अखिलेश यादव के साथ हैं, निश्चित रूप से उनका समर्थन मिलेगा। सपा को अतीक से कोई नुकसान नहीं होगा। उपचुनाव का निर्णय जनता ही करेगी।
वहीं दूसरी तरफ उपचुनाव में कांग्रेस ने मनीष मिश्रा के रूप में ब्राह्मण प्रत्याशी पर दांव लगाया है। अब तक सपा प्रत्याशी नागेन्द्र सिंह पटेल सबसे मजबूत प्रत्याशी दिख रहे थे, लेकिन अतीक के चुनाव मैदान में आने के बाद सपा और कांग्रेस के खेमों में बौखलाहट देखी जा रही है। अतीक को जितने वोट मिलेंगे उतना फायदा बीजेपी को होगा और इसका सीधा नुकसान सपा और कांग्रेस को होगा।