Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Nov, 2017 02:29 PM
यूपी में होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और अपना दल के बीच सीट बंटवारे पर कोई समझौता नहीं हुआ। जिससे नाराज अपना दल (एस) ने विरोधस्वरूप चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है...
लखनऊ: यूपी में होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और अपना दल के बीच सीट बंटवारे पर कोई समझौता नहीं हुआ। जिससे नाराज अपना दल ने विरोधस्वरूप चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।
अपना दल के प्रवक्ता अरविंद शर्मा ने बताया कि पार्टी इलाहाबाद नगर निगम के मेयर पद के साथ-साथ नगर पंचायतों और नगर पालिकाओं में चेयरमैन एवं सभासद के पद पर चुनाव लड़ना चाहती थी। इस बारे में 2 दिन पहले बीजेपी को पार्टी प्रत्याशियों की सूची दे दी गई थी, लेकिन उन्होंने हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया। जिसके तहत अपना दल ने फैसला किया है कि वो विरोधस्वरूप स्थानीय निकाय चुनाव नही लड़ेगी।
उन्होंने कहा कि पार्टी की जिला इकाइयों को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव में उतरने की इजाजत है। अपना दल स्थानीय निकाय चुनाव में इलाहाबाद, मिर्जापुर, सोनभद्र, मऊ, प्रतापगढ़, कानपुर, जालौन और रायबरेली से अपनी पार्टी के प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारना चाहती थी।
गौरतलब है कि वर्ष 2017 के उप्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने सहयोगी दलों अपना दल और सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी के साथ चुनाव लड़ा था और 403 विधानसभा सीटों में से 325 सीटें जीतकर जबरदस्त जीत हासिल की थी। बीजेपी ने 312 सीटों पर, अपना दल ने 9 सीटों पर तथा सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी ने 4 सीटों पर जीत हासिल की थी।