Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Dec, 2017 12:23 PM
राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनते ही उनके संसदीय क्षेत्र अमेठी में विरोध दिखना शुरू हो गया है। यहां सम्राट साइकिल फैक्ट्री के बाहर सैकड़ो की संख्या में किसानों ने प्रदर्शन किया...
अमेठी(शरद कुमार): राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनते ही उनके संसदीय क्षेत्र अमेठी में विरोध दिखना शुरू हो गया है। यहां सम्राट साइकिल फैक्ट्री के बाहर सैकड़ो की संख्या में किसानों ने प्रदर्शन किया और राहुल गांधी से किसानों की जमीन को वापस करने की मांग की। इतना ही नहीं किसानों ने ना सिर्फ राहुल गांधी मुर्दाबाद के नारे लगाए बल्कि राहुल शर्म करो का बैनर भी टांग दिया।
दरअसल सम्राट साइकिल फैक्ट्री को खुलवाने की पहल पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने उस समय की थी जब वो अमेठी से सांसद थे। 1980 के दशक में औद्योगिक क्षेत्र कौहार स्थित 65.57 एकड़ भूमि मेसर्स सम्राट बाइसाइकिल के नाम से कंपनी चलाने के लिए जैन बंधुओं ने ली थी। फैक्ट्री चलने में असफल होने के बाद इस जमीन की नीलामी 24 फरवरी, 2014 को 20.10 करोड़ रूपए में हुई।
कागजातों के मुताबिक यूपीएसआईडीसी ने 8 अगस्त, 1986 को 65.57 एकड़ भूमि मेसर्स सम्राट बाइसकिल के नाम पट्टा किया था, लेकिन जब कंपनी बंद हो गई तो डीआरटी ने ऋण की वसूली करने के लिए 24 फरवरी, 2014 को इसकी नीलामी करवा दी। नीलामी में खरीदी गई इस जमीन को राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट ने एक करोड़ 50 हजार रुपए की स्टांप ड्यूटी भी चुकाई थी। हालांकि बाद में भूमि नीलामी प्रक्रिया को यूपीएसआईडीसी ने अवैध करार दिया था।
15 जून को गौरीगंज एसडीएम कोर्ट ने सम्राट साइकिल फैक्ट्री की जमीन यूपीएसआईडीसी को लौटाने के आदेश दिए है। तब से ये जमीन कागज में तो यूपीएसआईडीसी की है, लेकिन अभी तक इस जमीन पर राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट का कब्जा है। इस फैक्ट्री में ली गई जमीनों का आज तक किसानों को मुआवजा तक नहीं मिला है, जिसे लेकर किसान प्रदर्शन कर राहुल मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं।