Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jan, 2018 07:01 PM
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अमेठी और रायबरेली में ही घेरने की रणनीति तैयार करने में जुट गई है। अमेठी व रायबरेली में रूकी हुई लगभग 2500 करोड़ रूपए से अधिक...
रायबरेलीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अमेठी और रायबरेली में ही घेरने की रणनीति तैयार करने में जुट गई है। अमेठी व रायबरेली में रूकी हुई लगभग 2500 करोड़ रूपए से अधिक की परियोजनाओं को जल्द से जल्द चालू कर श्रेय लेने के लिए केन्द्र के किसी कद्दावर नेता के रायबरेली आने की उम्मीद जताई जा रही है।
लखनऊ में वीरवार रायबरेली में एम्स को लेकर मुख्यमंत्री की हुई समीक्षा बैठक के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार जिस तरह से बीते तीन साल में रायबरेली व अमेठी की कई परियोजनाओं को या तो धन ही आवंटित नहीं किया गया या फिर उन्हें लावारिस हालत में छोड़ दिया गया और अचानक रायबरेली एम्स को लेकर प्रशासनिक चहलकदमी बढ़ी है।
उससे अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अमेठी व रायबरेली में घेरने की रणनीति गुपचुप रूप से तैयार की जा रही है। इस रणनीति में रायबरेली एम्स को प्राथमिकता देेने के पीछे छिपे मकसद के बारे में राजनीतिज्ञों का कहना है कि रायबरेली और गोरखपुर में एम्स को एक साथ चालू कर प्रदेश सरकार अमेठी व रायबरेली के साथ सौतेले व्यवहार के आरोप से बरी होना चाह रही है।