अखिलेश के एक और करीबी मंत्री पर गिरी गाज, शिवपाल को भी झटका

Edited By ,Updated: 26 Oct, 2016 01:05 PM

akhilesh yadav  ashu malik  tej narayan pandey

उत्तर प्रदेश के वन राज्यमंत्री तेज नारायण उर्फ पवन पांडेय को राज्य विधान परिषद सदस्य आशु मलिक को पीटने के आरोप में समाजवादी पार्टी (सपा) से आज 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के वन राज्यमंत्री तेज नारायण उर्फ पवन पांडेय को राज्य विधान परिषद सदस्य आशु मलिक को पीटने के आरोप में समाजवादी पार्टी (सपा) से आज 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया। 

शिवपाल यादव के घर से नेमप्लेट हटी
सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने यह जानकारी देते हुए पत्रकारों को बताया कि पांडेय को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा जा रहा है। मलिक सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के काफी करीबी हैं। मलिक के अनुसार गत 24 अक्टूबर को उन्हें पांडेय ने मुख्यमंत्री आवास में मारा था। इसकी शिकायत उन्होंने पुलिस में भी की है। मलिक के साथ मारपीट की वजह से मुलायम सिंह यादव पवन पांडेय से काफी नाराज थे। वहीं शिवपाल यादव के बंगले से किसी ने उनकी नेमप्लेट हटा दी है। उन्हें तीन दिन पहले अखिलेश ने कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया था।

अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी-शिवपाल
सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा कि पवन पांडेय पर मुख्यमंत्री आवास में आशु मलिक को मारने का गंभीर आरोप है। पार्टी ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए उन्हें 6 वर्ष के लिए निष्कासित करने का निर्णय लिया है। यादव ने कहा कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो भी पार्टी की नीतियों के खिलाफ काम करेगा उसके साथ यही कदम उठाया जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विधान परिषद के तीन सदस्यों सुनील यादव, आनन्द भदौरिया और संजय लाठर समेत पार्टी से पहले ही निकाले जा चुके अन्य लोगों की वापसी होगी या नहीं। इस पर उन्होंने कहा कि इनके बारे में फैसला नेताजी (मुलायम सिंह यादव) लेंगे। विधान परिषद के इन तीन सदस्यों और उनके साथ निकाले गए अन्य युवकों को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नजदीकी माना जाता है। 

आशू मलिक से पांडे ने की थी हाथापाई 
पार्टी सूत्रों के अनुसार तेज नारायण पांडेय से मुख्यमंत्री खिन्न थे। खिन्नता की वजह से पांडेय ने शिवपाल यादव से नजदीकी बढा ली थी। लेकिन पार्टी में चल रहे घमासान को देखते हुए उन्होंने पाला बदलने की कोशिश की। इसी कोशिश में मुख्यमंत्री के नजदीक आने के लिए उन्होंने मलिक के साथ हाथापाई की। सपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी और परिवार एक है। कहीं कोई विवाद नहीं है। मंत्रिमंडल में उनकी वापसी का निर्णय नेताजी लेंगे। नेताजी जो कहेंगे वही होगा।  गौरतलब है कि 24 अक्टूबर को सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव द्वारा बुलाई गई बैठक समाप्त होने के ठीक पहले आशु मलिक के एक पत्र का जिक्र आया था। उसी के बाद ही चाचा शिवपाल सिंह यादव और भतीजे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच माइक की छीना झपटी को लेकर धक्का मुक्की हुई थी।

Up Political News की अन्य खबरें पढ़ने के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!