Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 05:45 PM
उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में धनबल और बाहुबल का जमकर प्रयोग किया जा रहा है, जिसमें सबसे आगे है सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी। इस बात का खुलासा एडीआ....
लखनऊः उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में धनबल और बाहुबल का जमकर प्रयोग किया जा रहा है, जिसमें सबसे आगे है सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी। इस बात का खुलासा एडीआर(यूपी इलेक्शन वॉच) नें लखनऊ में निकाय चुनाव पर रिपोर्ट जारी कर किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक यूपी के 15 नगर निगमों के 195 मेयर प्रत्याशी चुनाव में अपनी किस्मत अजमा रहे है। हालांकि अलीगढ़ सीट की आयोग से कोई जानकारी मिली मिली।
बीजेपी में सबसे ज्यादा अपराधिक छवि वाले प्रत्याशी, जानिए औरों का भी हाल
- रिपोर्ट में सबसे ज्यादा अपराधिक मेयर प्रत्याशी भाजपा के है, यानि 29 फीसदी अपराधिक छवि वाले लोगों को भाजपा ने टिकट दिया है।
- वहीं सपा और कांग्रेस के केवल 13 फीसदी प्रत्याशियों पर ही अपराधिक मामले दर्ज है।
- बसपा के 21 फीसदी प्रत्याशियों पर हैं अपराधिक मामले।
- आम आदमी पार्टी के 8 फीसदी प्रत्याशी ही दागी छबि के हैं।
दरअसल एडीआर यूपी के मुख्य समन्वयक संजय सिंह ने बताया कि करोड़पतियों को टिकट देने के मामले में भी भाजपा सबसे आगे है। उत्तर प्रदेश में मेयर का चुनाव लड़ रहे 38 फीसदी प्रत्याशी करोड़पति हैं। भाजपा और बसपा के 79 फीसदी प्रत्याशी करोड़पति हैं, जबकि सपा और कांग्रेस के 73 फीसदी मेयर पद के उम्मीदवार करोड़पति हैं।
आगरा के मेयर प्रत्याशी हैं सबसे अमीर
- आगरा से बीजेपी प्रत्याशी नवीन कुमार जैन 409 करोड़ की संपत्ति के साथ सबसे अमीर हैं। जबकि इसी पार्टी की इलाहाबाद से मेयर प्रत्याशी अभिलाषा 58 करोड़ रुपए के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
- वहीं झांसी से बसपा के मेयर उम्मीदवार ब्रजेंद्र व्यास डमडम महाराज की कुल संपत्ति 37 करोड़ रुपए है।
- देनदारी के मामले में 17 करोड़ रुपए के साथ अभिलाषा पहले स्थान पर हैं तो 5 करोड़ की देनदारी के साथ डमडम महराज दूसरे स्थान पर हैं।