Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jan, 2018 06:53 PM
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष प्रो.राम शंकर कठेरिया एवं उपाध्यक्ष शमुरगन ने लखनऊ के योजना भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अनुसूचित...
लखनऊः राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष प्रो.राम शंकर कठेरिया एवं उपाध्यक्ष एल. मुरगन ने लखनऊ के योजना भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अनुसूचित जाति पर अत्याचार निवारण तथा उनके विकास के संबंध में सरकार द्वारा कार्रवाई किए जाने के संबंध में बात की।
इस प्रेस वार्ता के पूर्व बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से इस विषय में मुलाकात भी की थी। अनुसूचित जाति पर मर्डर और रेप की घटनाओं में तुरंत मुकदमा दर्ज करने के बाद जो एससी-एसटी रूल के अनुसार कार्रवाई की जाए। क्योंकि इस तरह के मामलों में पुलिस के अधिकारी सख्ती नहीं अपनाते है।
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष प्रो.राम शंकर कठेरिया ने कहा अनुसूचित जाति पर अत्याचार निवारण तथा उनके विकास के संबंध में सरकार से बात कर चुके है। साथ ही मुख्यसचिव को प्रस्ताव भेजा गया है। प्रदेश के कई विभाग है जिसमें बजट खर्च नही हुआ है। 4732 करोड़ रुपए अभी भी खर्च नही हुए है। जो कि अनुसूचित जाति के लिए था। बिजली विभाग में 337 करोड़ रुपए नही खर्च हुए है। मर्डर और बलात्कार के मामले में 60 दिन में रिपोर्ट लगनी चाहिए जो कि 1 साल तक नहीं लगी है। जिसको मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया गया है।
अब यूपी में अनसूचित जाती को न्याय मिलेगा और एससी एसटी की धाराओं पर मुकदमा दर्ज होगा। पास्को एक्ट में आर्थिक मदद मिलेगी। अनुसूचित जाति पर मुकदमा न लिखा जाना एक बड़ी वजह रही है। पीड़ित को न्याय मिले इसके लिए मीटिंग की गई है।