Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Dec, 2017 03:36 PM
नगर निकाय चुनाव में कैबिनेट मिनिस्टर नंद गोपाल गुप्ता की पत्नी अभिलाषा गुप्ता ने इलाहाबाद की मेयर सीट पर 28000 वोटों से जीत हासिल की है। सबसे वीआईपी और 3 मंत्रियों की साख वाली सीट इलाहाबाद पर कमल खिल गया है। उनकी इस जीत के साथ ही कई दल छोड़कर आए नंद...
इलाहाबाद: नगर निकाय चुनाव में कैबिनेट मिनिस्टर नंद गोपाल गुप्ता की पत्नी अभिलाषा गुप्ता ने इलाहाबाद की मेयर सीट पर 28000 वोटों से जीत हासिल की है। सबसे वीआईपी और 3 मंत्रियों की साख वाली सीट इलाहाबाद पर कमल खिल गया है। उनकी इस जीत के साथ कई दल छोड़कर आए नंद गोपाल का कद अब और मजबूत होगा।
अभिलाषा ने मतगणना में शुरू से ही अपनी बढ़त बना रखी थी, लेकिन सपा- बसपा और कांग्रेस उनके नजदीक भी नहीं दिखाई पड़ी। कांग्रेस प्रत्याशी विजय मिश्रा कई मौके पर अंतिम लड़ाई की ओर रहे, लेकिन शहर पश्चिमी में गिनती शुरू होने के बाद वह भी लगातार पिछड़ते गए। मेयर पद पर बड़े दलों में सबसे कमजोर स्थिति बसपा की रही, जबकि तीसरे नंबर पर सपा के विनोद चंद दुबे रहे हैं।
सबसे अहम बात यह है कि अभिलाषा गुप्ता को टिकट दिए जाने से पहले जमकर रार हुई थी। दो मंत्रियों के गुट में तलवार खिंची थी तो पुराने नेता ने पार्टी तक छोड़ दी थी। गुटबाजी, बगावत और समीकरणों के बीच फिलहाल अभिलाषा की जीत को अब बड़े स्तर पर भुनाया जाएगा।
बता दें कि अपनी पहली अग्नि परीक्षा में सीएम योगी आदित्यनाथ कम से कम संगमनगरी में तो सफल हो ही गए हैं। अभिलाषा गुप्ता के प्रचार के लिए आखिरी समय में खुद सीएम योगी को इलाहाबाद आना पड़ा था। उन्होंने अलग से बैठक बुलाकर नाराज लोगों से मुलाकात की थी। योगी की रणनीति यहां पूरी तरह सफल हुई और आखिरी समय में उनकी गोट ने बाजी पूरी तरह बीजेपी कैंडीडेट के पक्ष में कर दी।