Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Nov, 2017 09:10 AM
जानवरों में अपने जीवन से सबसे कम उम्मीद रखने वाला जानवर गधा होता है। आलस्य से प्रेम और दिमागी साजिश से परहेज करने वाला गधा भी अपराधी हो सकता है। यूपी पुलिस के क्षेत्र में अपराधी मुर्ख और सुजान दोनों हो सकते हैं।
लखनऊ: जानवरों में अपने जीवन से सबसे कम उम्मीद रखने वाला जानवर गधा होता है। आलस्य से प्रेम और दिमागी साजिश से परहेज करने वाला गधा भी अपराधी हो सकता है। यूपी पुलिस के क्षेत्र में अपराधी मुर्ख और सुजान दोनों हो सकते हैं। इसकी एक बानगी है उरई में 8 गधों की रिहाई। जेल सुपरिन्टेंडेंट ने पेड़-पौधों का नुक्सान करने के मामले में 8 गधों को 24 नवंबर को बंद कर दिया। मालिक की गुजारिश के बाद भी उन्हें रिहा नहीं किया।
जानकारी के अनुसार 4 दिन बाद सोमवार को बीजेपी नेता के पहुंचने के बाद गधों को छोड़ा गया। आरके मिश्रा के मुताबिक कुछ दिन पहले सुपरिन्टेंडेंट सीताराम शर्मा ने लगभग 5 लाख रुपए के पेड़ मंगाए थे। जिन्हें जेल में लगाया जा सके, लेकिन बाहर घूमने वाले गधों ने सब नुक्सान कर दिया।
इस पर गधों को जेल में बंद करने की सजा दी गई। फिलहाल सबसे सुस्त और दुनिया का सारा मोह त्याग कर सुजान प्राणी गधों की इस मंडली को रिहा कर कैद कोठरी से मुक्त सांसारिक मोह माया कि दुनिया में दोबारा भेज दिया गया।