Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jun, 2017 12:50 PM
ताजमहल के एक दर्जन सुरक्षाकर्मियों को 7 महीने से सैलरी नहीं मिली है।
आगरा: ताजमहल के एक दर्जन सुरक्षाकर्मियों को 7 महीने से सैलरी नहीं मिली है। ऐसे में उन्होंने ताजमहल की सुरक्षा का काम बंद कर दिया है। यह हालत तब है जब 7 अजूबे में शामिल इस स्मारक पर आतंकी हमले का खतरा बढ़ता जा रहा है।
दरअसल, ताजमहल की सुरक्षा 2 जोन में बंटी हुई है। परिसर के अंदर वाले हिस्से को रैड जोन कहा जाता है और बाहर के हिस्से को यैलो जोन। रैड जोन की सुरक्षा की जिम्मेदारी सी.आई.एस.एफ. के हवाले है जबकि 500 मीटर तक बाहर हिस्से में यैलो जोन की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस के पास है।
यहां पर बैरीकेड लगे हैं। यलो जोन में यूपी पुलिस के जवान तैनात रहते हैं। यहां सुरक्षा में ज्यादातर पुलिसकर्मियों की तैनाती किसी न किसी जिले में है। रेंज और जोन स्तर के पुलिसकर्मियों को ताजमहल की सुरक्षा से संबद्ध किया जाता है। ताजमहल से अटैच मथुरा के एक दर्जन पुलिसकर्मियों को दिसम्बर 2016 से सैलरी नहीं मिली है।