Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Oct, 2017 04:51 PM
सहारनपुर पुलिस ने एेसे 2 फर्जी अधिकारियों को गिरफ्तार किया है, जो बिना वाहन व मशीन के ही प्रदुषण जांच प्रमाण-पत्र जारी करते थे। पुलिस ने उनके पास से....
सहारनपुरः सहारनपुर पुलिस ने एेसे 2 फर्जी अधिकारियों को गिरफ्तार किया है, जो बिना वाहन व मशीन के ही प्रदुषण जांच प्रमाण-पत्र जारी करते थे। पुलिस ने उनके पास से लैपचॉप, कम्प्यूटर, प्रिंटर, स्कैन कैमरा, बिल बुक तथा फर्जी प्रमाण-पत्र बरामद किए हैं। हालांकि मुख्य आरोपी अभी भी फरार है।
दरअसल थाना जनकपुरी पुलिस को फर्जी प्रमाण-पत्र जारी करने की सूचना मिली थी, जिसपर कार्रवाई करते हुए पुलिस जनता रोड स्थित माहीपुरा के पास पहुंची। वहां उक्त फर्जी न सिर्फ जाली प्रमाण पत्र बांट रहे थे, बल्कि सरकारी राजस्व को भी चुना लगा रहे थे।
हैरानी की बात तो ये रही कि आरोपी प्रदूषण जांच विभाग से अधिकारी बताकर लोगों को ठग रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने पता लगाने के लिए साधे कपड़े में एक सिपाही को उसी केंद्र पर भेज दिया। सिपाही बिना वाहन के प्रदूषण प्रमाण-पत्र बनवाने गया तो केंद्र पर मौजूद व्यक्ति ने 40 रुपए के बजाए 50 रुपए लेकर प्रमाण-पत्र जारी कर दिया।
एसपी सिटी ने बताया कि इसके तुरंत बाद इंस्पेक्टर शैलेंद्र कुमार शर्मा व टीएसआई तेज प्रतात सिंह पहुंच गए। केंद्र पर मौजूद मुकेश कुमार पुत्र शीशपाल निवासी नवादा तथा ऋषिपाल यादव पुत्र हुकुम सिंह निवासी मांडेबांस गागलहेड़ी को पकड़ लिया। जबकि केंद्र स्वामी माहीपुरा निवासी शाहिद फरार हो गया।
पुलिस ने मौके से ही लैपटाप, कम्प्यूटर, प्रिंटर, स्कैन कैमरा, बिल बुक व फर्जी प्रदूषण प्रमाण पत्र बरामद हुए। पकड़े गए दोनों आरोपी कई सालो से फर्जी अधिकारी बनकर फर्जी प्रदूषण प्रमाण पत्र बेच रहे थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है और मुख्य आरोपी की तलाश में जुट गई है।