Edited By ,Updated: 25 Nov, 2015 06:01 PM
समाजवादी पार्टी (सपा) मुखिया मुलायम सिंह यादव ने मुख्यत: दलित वोट बैंक की राजनीति करने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती...
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) मुखिया मुलायम सिंह यादव ने मुख्यत: दलित वोट बैंक की राजनीति करने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती को गरीबों और पिछड़ों की विरोधी करार देते हुए आज कहा कि बसपा और कांग्रेस को अति पिछड़ों का हक छीनने का खामियाजा सत्ता से बेदखल होकर चुकाना पड़ा और अगर केन्द्र की मौजूदा सरकार ने भी वही रवैया अपनाया तो उसका भी हश्र बुरा होगा। यादव ने यहां पार्टी राज्य मुख्यालय पर पिछड़ा वर्ग के कार्यकर्ताआें से कहा, ‘‘हमने 17 पिछड़ी जातियों को पूर्व में दलितों के समान जो सुविधाएं दी थीं उसे मायावती ने मुख्यमंत्री बनते ही खत्म कर दिया।
हमने दिल्ली में सवाल उठाया तो दिल्ली की सरकार ने भी उसी का समर्थन किया।’’ उन्होंने कहा ‘‘बसपा की नेता खुद को दलित की बेटी बताती है लेकिन वह धनवानों का काम करती है, बड़े लोगों का काम करती है। वह आपके खिलाफ खड़े होकर बोली। यह नहीं होना चाहिए था। तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी उसकी बात मान ली। हमने समझाया भी लेकिन उन्होंने कहा कि सरकार चलाने के लिए उसे साथ रखना है। वह उसी को खुश करने में लगे रहे। अब भाजपा सरकार भी वही कर रही है।’’
सपा मुखिया ने आगाह किया कि बसपा और कांग्रेस ने अति पिछड़ों का हक छीना तो जनता ने उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया। केन्द्र की वर्तमान भाजपा सरकार ने भी अगर वहीं रवैया अपनाया तो उसका भी हश्र बुरा होगा। अब पिछड़ों का हक कोई भी नहीं छीन पाएगा। उन्होंने कहा कि आज देश में पिछड़ों की आबादी 54 प्रतिशत है लेकिन आठ प्रतिशत संख्या बल रखने वाले लोग शासन कर रहे हैं। एेसे में पिछड़ों में राजनीतिक जागरूकता आना बहुत जरूरी है। बसपा, कांग्रेस और भाजपा ने तो उनसे छल किया है। पिछड़े अपनी ताकत को समझें और वादा पूरा करने वाली सपा को चुनावों में भारी मतों से जिताएं।