Edited By ,Updated: 22 Oct, 2016 08:09 PM
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के महासचिव सतीशचंद्र मिश्र ने आज आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नजर में ब्राह्मण सिर्फ एक वोट बैंक है और....
गाजीपुर: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के महासचिव सतीशचंद्र मिश्र ने आज आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नजर में ब्राह्मण सिर्फ एक वोट बैंक है और चुनाव नजदीक आते ही उसे ब्राह्मणों के हितों की चिंता सताने लगती है। सैदपुर के रामलीला मैदान में आज आयोजित ब्राह्मण भाईचारा सम्मेलन में सतीश मिश्र ने कहा कि वह मानते हैं कि विधानसभा चुनाव में बसपा का मुख्य मुकाबला भाजपा से होगा मगर वह यह भी जानते है कि भाजपा ब्राह्मण विरोधी है, वह ब्राह्मणों का इस्तेमाल सिर्फ वोट के लिए करती है जबकि सत्ता में आने पर भाजपा ब्राह्मणों को भूल जाती है।
उन्होंने कहा कि भाजपा में ब्राह्मणों की कोई कद्र नहीं है। मुरली मनोहर जोशी, लक्ष्मीकांत बाजपेई और कलराज मिश्र इसके प्रत्यक्ष उदाहरण हैं। जोशी का ऊंचा कद था मगर आज उनकी हैसियत लोकसभा में चुपचाप बैठने के सिवाय कुछ नहीं है। लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा अपने प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी को हटा दी। बड़े कद वाले कलराज मिश्र को भी केंद्र सरकार में एकदम महत्वहीन मंत्रालय सौंपा गया है।
बसपा नेता ने दावा किया कि ब्राह्मणों की भलाई सिर्फ और सिर्फ उनकी पार्टी में है। यहां कोई छलावा नही है। वर्ष 2007 के चुनाव में बसपा के 40 ब्राह्मण विधायक चुने गए थे। उनमें 16 को मुख्यमंत्री मायावती अहम विभाग दिये थे। मिश्र ने कहा कि प्रदेश में ब्राह्मण मतदाताओं की तादाद 16 फीसदी हैं जबकि दलितों का हिस्सा 22 फीसद है। लिहाजा दलित और ब्राह्मण मिल जाएं तो प्रदेश में फिर से बसपा की सरकार होगी। अल्पसंख्यक वर्ग भी अब बसपा में अपनी तरक्की, खुशहाली की गुंजाइशें तलाशने लगा है।
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