Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Aug, 2017 12:52 PM
शिक्षामित्रों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम न उठाने पर शिक्षामित्र आक्रोश में नजर आ रहे ....
लखनऊः शिक्षामित्रों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम न उठाने पर शिक्षामित्र आक्रोश में नजर आ रहे हैं। वहीं सरकार से 15 दिन का समय मांगने के बाद भी कोई निर्णय न होने पर लखनऊ में लाखों शिक्षा मित्र एकत्र हो गए हैं। फिलहाल करीब डेढ़ लाख शिक्षा मित्र लक्ष्मण मेला मैदान में प्रदर्शन कर रहे हैं।
ये है शिक्षामित्रों की मांग
जानकारी के मुताबिक शिक्षामित्रों की मांग है कि सरकार संशोधित अध्यादेश लाकर उन्हें फिर से सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित करें। तब तक समान कार्य के लिए समान वेतन के सिद्धांत पर उन्हें शिक्षकों के बराबर तनख्वाह दी जाए।
प्रशासन ने राजधानी में लागू की धारा-144
लखनऊ में शिक्षामित्रों ने जिलाधिकारी से लेकर पुलिस अधीक्षक तक आज की तैयारियों के बारे में भले ही अवगत करा दिया था। लेकिन सारी योजना धरी की धरी रह गई। शिक्षा मित्र संघ तथा संयुक्त शिक्षक शिक्षामित्र समिति के बैनर पर लाखों शिक्षक आज सरकार के साथ ठोस निर्णय करने के पक्ष में लामबंद हैं। विशाल प्रदर्शन को देखते हुए जिला प्रशासन ने राजधानी में धारा-144 लागू कर दिया है।
जारी किया हाई अर्लट
शिक्षामित्रों के वार्निंग को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। कानून व्यवस्था में किसी तरह की चूक न हो इसके लिए प्रशासन ने सीएम आवास, एनेक्सी और विधान सभा पर कड़ा सुरक्षा घेरा बना रखा है। इन इलाकों से हर आने जाने वाले पर नजर रखी जा रही है। जगह जगह बेरिकेटिंग की व्यवस्था की गई है।
शिक्षामित्रों को रोकने की बनाई योजना
शिक्षामित्रों को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने भी कमर कस ली है। अधिकारियों से कहा गया है कि वो किसी भी हाल में शिक्षामित्रों को लक्ष्मण मेला मैदान से बाहर न आने दें। 400 से ज्यादा बसें मंगा ली हैं ताकि उन्हें बातों में उलझा कर बसों में बैठाकर शहर के बाहर काफी दूर छोड़ दिया जाए।
कानून व्यावस्था और ट्रैफिक को संभालना चैलेंज
प्रशासन के लिए आज के दिन शहर की ट्रैफिक और कानून व्यवस्था को संभाले रखना बड़ी चुनौती साबित होगी। यदि शिक्षामित्र लक्ष्मण मेला मैदान से निकलने में कामयाब हो गए तो फिर उन्हें रोक पाना आसान नहीं होगा। वे आंदोलन उग्र भी कर सकते हैं। इसलिए आज डर का माहौल बना हुआ है।