Edited By ,Updated: 18 Mar, 2017 06:33 PM
सीएम बनने से पहले भी योगी आदित्यनाथ बीजेपी के फायर ब्रांड नेता माने जाते थे। एक मंहत से सांसद और सांसद से मुख्यमंत्री तक के सफर में उनके बयानों का बड़ा योगदान रहा। आइए जानते हैं कि योगी आदित्यनाथ के उन बयानों के बारे में, जिनकी वजह से वो राजनीति के...
नई दिल्ली: सीएम बनने से पहले भी योगी आदित्यनाथ बीजेपी के फायर ब्रांड नेता माने जाते थे। एक मंहत से सांसद और सांसद से मुख्यमंत्री तक के सफर में उनके बयानों का बड़ा योगदान रहा। आइए जानते हैं कि योगी आदित्यनाथ के उन बयानों के बारे में, जिनकी वजह से वो राजनीति के शिखर पर पहुंच गए।
1- दादरी हत्याकांड पर योगी ने कहा यूपी कैबिनेट के मंत्री (आजम खान) ने जिस तरह यूएन जाने की बात कही है, उन्हें तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए। आज ही मैंने पढ़ा कि अखलाख पाकिस्तान गया था और उसके बाद से उनकी गतिविधियां बदल गई थीं। क्या सरकार ने ये जानने की कभी कोशिश की कि ये व्यक्ति पाकिस्तान क्यों गया था। आज उसे महिमामंडित किया जा रहा है।
2- अगस्त 2014 में लव जेहाद को लेकर योगी का एक वीडियो सामने आया था, जिसे लेकर काफी हल्ला मचा था। इस वीडियो में योगी आदित्यनाथ अपने समर्थकों से कहते सुनाई दे रहे थे कि हमने फैसला किया है कि अगर वे एक हिंदू लड़की का धर्म परिवर्तन करवाते हैं तो हम 100 मुस्लिम लड़कियों का धर्म परिवर्तन करवाएंगे।
3- फरवरी 2015 में योगी आदित्यनाथ ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि अगर उन्हें अनुमति मिले तो वो देश के सभी मस्जिदों के अंदर गौरी-गणेश की मूर्ति स्थापित करवा देंगे।
4- योग के ऊपर भी विवादित बयान देते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जो लोग योग का विरोध कर रहे हैं उन्हें भारत छोड़ देना चाहिए। उन्होंने ने यहां तक कहा कि लोग सूर्य नमस्कार को नहीं मानते उन्हें समुद्र में डूब जाना चाहिए।
5- अप्रैल 2015 में योगी ने हरिद्वार में विश्वप्रसिद्ध तीर्थस्थल हर की पौड़ी पर गैर हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी, जिसके बाद काफी बवाल मचा था।