Edited By ,Updated: 21 Mar, 2017 04:24 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कम्प्युटर युग में टाइपराइटर की टिप-टिप भाती है और इसीलिए वह आज भी जनशिकायतों का निस्तारण कंप्यूटर के बजाय टाइपराइटर की मदद से ही कराते हैं।
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कम्प्युटर युग में टाइपराइटर की टिप-टिप भाती है और इसीलिए वह आज भी जनशिकायतों का निस्तारण कंप्यूटर के बजाय टाइपराइटर की मदद से ही कराते हैं। कंप्यूटर आज की अनिवार्यता भले हो लेकिन गोरखपुर में आदित्यनाथ योगी का कार्यालय टाइपराइटरों पर निर्भर करता है। योगी एक नकार पत्र पर डालते है और किनारे हस्ताक्षर कर शिकायतकर्ता को इसे सौंप देते है।
गोरखनाथ मठ के बडे हाल के एक कोने में बैठ कर रेमिंग्टन टाइपराइटर पर टाइप करने वाले बीरेंद्र सिंह ने चुनाव प्रचार के दौरान बताया था कि योगी जी को इसकी टिप-टिप, टिप-टिप की आवाज पसन्द है। 1950 की निर्मित टाइपराइटर से ही शिकायतों को निस्तारण किया जाता है। उन्होंने बताया कि यह मशीन कंप्यूटर से बेहतर और अधिक विश्वसनीय है।
सिंह बताते हैं योगी जी ने एक बार मुझसे कहा था कि टाइपराइटर की टिप टिप की आवाज एक कामकाजी वातावरण का माहौल बनाती है। यह आवाज उन्हें याद दिलाती है कि वह कार्यालय में काम कर रहे हैं। Þहर जगह की अपनी आवाज है मंदिर में आप घंटी की झंकार सुनते हैं जबकि कार्यालय में यह टाइपराइटर है।