Edited By ,Updated: 25 Feb, 2017 01:49 PM
उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा चुनाव लड़ रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थित अपना दल के एक उम्मीदवार ने ‘विधायक नहीं तो शादी भी नहीं’ का अजीबोगरीब संकल्प ले लिया है
लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा चुनाव लड़ रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थित अपना दल के एक उम्मीदवार ने ‘विधायक नहीं तो शादी भी नहीं’ का अजीबोगरीब संकल्प ले लिया है। मामला फैजाबाद के गोशाईगंज क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे इन्द्रप्रताप उर्फ खब्बू तिवारी का है। तिवारी इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) उम्मीदवार के रुप में अयोध्या विधानसभा क्षेत्र से 2007 में चुनाव लड चुके हैं। वह मामूली मतों से भाजपा के लल्लू सिंह से चुनाव हार गए थे। इसके बाद उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का दामन थाम लिया था।
बसपा से उन्हें छह महीने पहले निष्कासित कर दिया गया था। इसके बाद वह चुनाव के ऐन मौके पर भाजपा में शामिल हो गए। इस चुनाव में वह अपना दल के टिकट पर लड़ रहे हैं, लेकिन उनका चुनाव चिन्ह कमल ही है। अपना दल और भाजपा का गठबंधन होने के कारण इस बार वह सपा के अभय सिंह को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। चुनाव प्रचार के दौरान वह मतदाताओं से अपील कर रहे हैं कि उन्हें चुनाव जिता दीजिए क्योंकि उन्होंने तय किया है कि विधायक बनने पर ही वह शादी करेंगे। अयोध्या के साकेत महाविद्यालय छात्रसंघ के महामंत्री चुने जाने से अपना राजनीतिक सफर शुरु करने वाले तिवारी ने कहा कि विधायक बनने की उनकी तमन्ना है।
उन्होंने यह भी तय किया है कि विधायक बनते ही शादी करेंगे। अभी तक इसीलिए शादी नहीं की है। उनके समर्थन में चुनाव प्रचार करने आयीं अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने भी मतदाताओं से आग्रह किया था कि खब्बू को चुनाव जितवाकर घोडी चढवा ही दीजिए।