राजधानी मुद्दा: लाठीचार्ज के विरोध में UKD ने फूंका पुतला

Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Mar, 2018 06:54 PM

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उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) ने गैरसैंण कूच के दौरान कार्यकर्ताओं के साथ अभद्रता और लाठीचार्ज की निंदा करते हुए प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। दल के नेताओं ने कहा कि सरकार जनभावनाओं से खिलवाड़ कर रही है और लोकतांत्रिक ढंग से धरना-प्रदर्शन करने वालों...

देहरादून: उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) ने गैरसैंण कूच के दौरान कार्यकर्ताओं के साथ अभद्रता और लाठीचार्ज की निंदा करते हुए प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। दल के नेताओं ने कहा कि सरकार जनभावनाओं से खिलवाड़ कर रही है और लोकतांत्रिक ढंग से धरना-प्रदर्शन करने वालों पर लाठियां बरसा कर राज्य में भय का माहौल बनाने का काम कर रही है। पुतला दल के बाद दल के कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित किया। राज्यपाल को दिए ज्ञापन में दल ने सरकार के खिलाफ  संवैधानिक कार्रवाई की मांग की है। 

 

शनिवार को उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ता सुबह कचहरी स्थित केंद्रीय कार्यालय पर एकत्रित हुए। जहां से वह द्रोण चौराहे पर पहुंचे, जहां उन्होंने लोकतांत्रिक तरीके से गैरसैंण विधानसभा कूच कर रहे दल के कार्यकर्ताओं के साथ अभद्रता और लाठीचार्ज की निंदा करते हुए प्रदेश सरकार का पुलता फूंका। इस अवसर पर दल के नेताओं ने कहा कि राज्य गठन से 8 वर्ष पूर्व 1992 में बागेश्वर के उत्तरायणी मेले में दल के थिंक टैंक स्व. विपिन चंद्र त्रिपाठी ने गैरसैंण को उत्तराखंड की राजधानी प्रस्तावित करते हुए एक ब्लू प्रिंट जारी किया था।

 

जिसके बाद पूरे प्रदेश की जनता के साथ उत्तराखंड की सभी राजनीतिक पार्टियों और सामाजिक संगठनों ने गैरसैंण के नाम पर मुहर लगाते हुए गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाए जाने की मांग की। गैरसैंण प्रदेशवासियों के बीच एक जन भावनाओं से जुड़ा हुआ मुद्दा बन गया, लेकिन भाजपा कांग्रेस ने इसे मात्र राजनीतिक मुद्दा बना कर ही रखा। उन्होंने कहा कि सरकार के इशारे पर प्रशासन ने 20 मार्च को गैरसैंण में धरना,प्रदर्शन की अनुमति न मिलने का बहाना लेकर करीब तीन हजार कार्यकर्ताओं को जंगलचट्टी से मेहलचोरी के बीच कई जगहों पर बैरिकेडिंग डालकर रोका गया। जिससे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। 

 

उन्होंने आरोप लगाया कि कार्यकर्ताओं को रोकने के नाम पर महिलाओं और बुजुर्गों से बदसलूकी की गयी। लाठीचार्ज करके सैकड़ों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। दल के नेताओं ने सरकार पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के हनन का आरोप लगाते हुए लाठीचार्ज को लोकतंत्र की हत्या बताया।जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को दिए ज्ञापन में प्रदेश सरकार पर तत्काल संवैधानिक कार्यवाही के साथ ही जन भावनाओं के अनुरूप गैरसैण को उत्तराखंड की स्थाई राजधानी घोषित कराने को उचित निर्देश देने की की मांग की है। प्रदर्शन करने वालों में दल के संरक्षक बीडी रतूड़ी, केंद्रीय प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट, महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री, दीपक गैरोला, लताफत हुसैन आदि शामिल रहे। 

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