Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Jun, 2017 03:23 PM
उन्नाव में दलित युवती की आबरू से खिलवाड़ करने वाले गांव के एक दबंग को रेप पीड़िता के परिजनों ने सरेआम गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। वहीं जब इससे भी मन न भरा तो धारदार हथियार से गला रेत दिया।
उन्नाव(विशाल चौहान): उन्नाव में दलित युवती की आबरू से खिलवाड़ करने वाले गांव के एक दबंग को रेप पीड़िता के परिजनों ने सरेआम गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। वहीं जब इससे भी मन न भरा तो धारदार हथियार से गला रेत दिया। इस घटना को अंजाम देने वाले दो लोगों को पुलिस ने गिफ्तार कर लिया है जबकि 4 लोग अभी भी फरार हैं।
मामला उन्नाव के मौंरावा थाना क्षेत्र के सगौली गाँव का है। अपने आपको एक पार्टी का कार्याकर्ता बताकर पूरे गाँव में आतंक का पर्याय बना पूर्व प्रधान का भाई पवन यादव ने एक वर्ष पहले दलित किशोरी को अपनी हवस का शिकार बनाया और फिर उसे मौत के घाट उतार दिया था।
पीड़ित परिवार ने पुलिस के हर बड़े अधिकारी की चौखट पर माथा रगड़ा लेकिन उस समय की सरकार में रसूख रखने वाले पवन को महज 12 दिन जेल में रखा गया और बाद में मुकदमें में एफआईआर लगाकर उसे रिहा कर दिया गया। पुलिस की कार्यप्रणाली से परिजनों का आक्रोश बढ़ता गया और उन्होंने बदला लेने के लिए सरकार बदलने का इंतजार किया। सरकार बदलते ही पीड़िता के परिजनों ने आरोपी से रेप का बदला उसकी हत्या कर चुकाया। हालांकि इस वारदात में शामिल 2 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि 4 लोग अभी भी फरार हैं।
क्या कहती है पुलिस?
पुलिस अधीक्षक नेहा पाण्डेय ने बताया कि वारदात को अंजाम देने वालों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया गया है जबकि दो लोगों की गिरफ्तारी भी हो गयी है। चार लोग बचे हैं इनकी गिरफ्तारी के सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। इन लोगों की पूर्व की रंजिश चल रही थी। जो मृतक है उसके विरुद्ध जो प्रतिवादी है उन्होंने अभियोग पंजीकृत कराया था कि उसकी वजह से उनकी लड़की की हत्या हो गयी। वहीं पुलिस की कार्रवाई के सवाल पर कहा कि रेप आरोपी पर आरोप प्रमाणित नहीं हुये। उस मुकद्दमे में एफआईआर लगी थी तब से ये लोग रंजिश मान रहे थे। आज उन्होंने हत्या कर दी।