Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jul, 2017 11:51 PM
अब आप उत्तर प्रदेश से ताल्लुख रखते हैं तो ये खबर आपके काम की है।
लखनऊ: अगर आप उत्तर प्रदेश से ताल्लुख रखते हैं तो ये खबर आपके काम की है। प्रदेश की योगी सरकार ने एक नया फैसला लिया है। इसके तहत प्रत्येक मंगलवार को तहसील दिवस के रूप में जनसुनवाई करने वाले अधिकारी आने दिनों में तहसील दिवस में शामिल नहीं होंगे। चौकिए मत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तहसील दिवस का नाम बदलने का फैसला लिया है। अबसे हरेक मंगलवार को प्रशासनिक अधिकारी 'संपूर्ण समाधान दिवस' के तहत जनसुनवाई करेगे। एेसे में सवाल भी उठने लगे हैं कि क्या नामांकरण बदलने से पहले ज्यादा संजिदा होकर अधिकारी आम लोगों की समस्याओं को सुनेंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार ने तहसील दिवस का नाम बदलकर अब ‘सम्पूर्ण समाधान दिवस’ कर दिया है। सम्पूर्ण समाधान दिवसों के सुचारू रूप से आयोजन के लिए और जन समस्याओं के प्रभावी निस्तारण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये गये हैं। प्रदेश के राजस्व विभाग की तरफ इस सम्बन्ध में सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, आयुक्त और सचिव राजस्व परिषद, सभी विभागाध्यक्षों, मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी और पुलिस महानिदेशक को निर्देशित किया गया है कि सम्पूर्ण समाधान दिवस को बेहतर ढंग से संचालित करें।
प्रमुख सचिव (राजस्व) डा. रजनीश दुबे ने बताया कि सम्पूर्ण समाधान दिवस पर आने वाले आवेदनों का गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध निस्तारण और शिकायतों की प्रभावी सुनवाई की जायेगी। सम्पूर्ण समाधान दिवस पर जन सामान्य को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत मिलने वाली सुविधाओं को सुगमता से उपलब्ध कराया जाएगा. इसके साथ ही इस व्यवस्था से आमजन और अधिकारियों के बीच सीधा संवाद स्थापित हो सकेगा।