Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Sep, 2017 04:38 PM
छेड़खानी से त्रस्त बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) की छात्राओं का धैर्य गुरुवार देर शाम हुई घटना के बाद जवाब दे गया।
वाराणसीः छेड़खानी से त्रस्त बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) की छात्राओं का धैर्य गुरुवार देर शाम हुई घटना के बाद जवाब दे गया। शुक्रवार को शहर में पीएम मोदी के आगमन से पूर्व सुबह करीब 200 छात्र-छात्राएं आक्रोशित हाेकर सड़क पर उतर आईं। बीएचयू सिंह द्वार पर उनकी गर्जना से शासन-प्रशासन हिल गया।
छात्राओं का आरोप है कि गुरुवार शाम छह बजे तीन युवाओं ने छात्रा से छेड़छाड़ और उत्पीड़न किया। पीड़िता की पहचान फाइन आर्ट्स प्रथम वर्ष की छात्रा के रूप में की गई है। घटना के बाद छात्र-छात्राओं ने प्रशासन के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। प्रर्दशनकारी छात्राआें ने विश्वविद्यालय के कुलपति से मामले में अपना पक्ष रखने को कहा है।
द क्विंट की खबर के अनुसार घटना मामले में विश्वविद्यालय की एक छात्रा ने बताया कि गुरुवार शाम करीब छह बजे बाइक सवार तीन युवाओं ने उनकी दोस्त को छेड़ा और कुर्ते के अंदर हाथ डालने की कोशिश की। जब आरोपियो के खिलाफ शिकायत की तो उलटे पीड़िता से ही सवाल पूछा गया और उसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए गए। जबकि छात्रा ने बताया था कि उसके साथ क्या हुआ है।
खबर के अनुसार पीड़िता ने छात्रावास जाकर अन्य छात्राओं को घटना की जानकारी दी। जिसपर सभी छात्राओं ने बड़े पैमाने पर कुलपति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया। छात्राओं का कहना है कि वो इस बात से बहुत खुश हैं कि इस मुहिम में विश्वविद्यालय के छात्र भी उनके साथ हैं। खबर के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि कुलपति आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और छात्राओं की सुरक्षा पुख्ता करें।
देखकर हस्तमैथुन करते हैं लड़के
वहीं छात्राओं ने मामले में लिखित शिकायत भी की है। चीफ प्रोटेक्टर को लिखे पत्र में कहा गया है, ‘छात्राओं को आए दिन अनेक सुरक्षा संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। छात्रावास आने-जाने का मार्ग भी सुरक्षित नहीं है। आए दिन छेड़खानी होती रहती हैं। यहां तक अंतर्राष्ट्रीय छात्राओं को भी ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लड़के छात्रावास के बाहर आकर आपत्तिजनक हरकतें करते हैं। वो हस्तमैथुन करते हैं। पत्थर फेंकते हैं। छात्राओं के खिलाफ आपत्तिनजक शब्द बोलते हुए निकलते हैं।’
छात्राओं को सुरक्षा बहुत कम
दूसरी तरफ बीएचयू की अन्य छात्रा का आरोप है कि यहां छात्राओं को सुरक्षा बहुत कम दी जाती है। यहां उत्पीड़न बहुत ही आम बात है। आमतौर पर छात्राओं को रोज ऐसी परेशानियों से गुजरना पड़ता है। इस वजह से बहुत सी छात्राएं पढ़ाई पूरी करने से पहले ही जा चुकी हैं। ये बात एक छात्रा ने कही है।