Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Aug, 2017 08:42 PM
उत्तर प्रदेश सरकार के कड़े रूख के बावजूद राजधानी लखनऊ में आज हजारों की तादाद में शिक्षामित्रों ने जोरदार प्रदर्शन कर अपनी बहाली के पक्ष मे आवाज बुलंद की।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के कड़े रूख के बावजूद राजधानी लखनऊ में आज हजारों की तादाद में शिक्षामित्रों ने जोरदार प्रदर्शन कर अपनी बहाली के पक्ष मे आवाज बुलंद की।
उच्चतम न्यायालय में समायोजन संबंधी याचिका के निरस्त होने के बाद स्थानीय लक्ष्मण मेला पार्क में बड़ी संया में शिक्षामित्र एकत्र हुये। उधर, किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिये सरकारी इमारतों समेत अन्य सार्वजनिक स्थलों में बडी तादाद में सुरक्षा बल तैनात किये गये थे। इसके बावजूद हजरतगंज और विधानसभा के पास शिक्षामित्रों और पुलिस के बीच हल्की फुल्की झड़प हुयी।
शिक्षामित्रों के प्रदर्शन के मद्देनजर लखनऊ जिला प्रशासन ने कल रात से धारा 144 लगा दी थी। सभी जिलों को एडवाइजरी जारी कर कहा गया था कि शिक्षामित्रों को लखनऊ जाने से रोका जाये मगर तमाम बंदोबस्त को धता बताते हुये हजारों शिक्षामित्र आज यहां जमा हो गये। प्रदर्शन में शामिल होने वाले जिलाध्यक्ष योगेश भड़ाना ने कहा कि शिक्षामित्र पिछले 16 सालों से सेवा दे रहे हैं। अधिक उम्र होने के कारण उनके सामने रोजगार का कोई विकल्प नहीं बचा है। ऐसी दशा में उन्हें बेरोजगार किया जा रहा है। शिक्षामित्रों ने ऐलान किया था कि योगी आदित्यनाथ सरकार उनकी समस्यायों का निदान करने में असफल रही है। इसलिये वे आज यहां विशाल प्रदर्शन करेंगे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने कहा कि शिक्षामित्रों को लक्ष्मण मेला पार्क में रोका गया है और पार्क से बाहर आने की किसी को इजाजत नहीं है। जिले में धारा 144 के उल्लघंन किसी को नहीं करने दिया जायेगा। लखनऊ से सटे जिलों से आ रहे शिक्षामित्रों को शहर के बाहर ही रोकने की कोशशि की जा रही है। रास्ता रोकने से नाराज शक्षिामित्रों ने कई जगह सड़क जाम कर दिया है। शहर के बाहर से ही लोगों को वापस भेजा रहा है।
पुलिस ने बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर से आ रही बसों को लखनऊ-दिल्ली मार्ग पर रोक दिया गया है। उन्नाव में भी पांच बसों को वापस कर दिया गया है। जिसमें सैकड़ों की मात्रा में लोग राजधानी कूच कर रहे थे। शिक्षा मित्रों की भीड़ के मद्देनजर रेलवे स्टेशन पर पुलिस को विशेष चौकसी बरतने के निर्देश दिए गये हैं।