Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 05:11 PM
जम्मू के अखनूर सेक्टर में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए अजय पाल सिंह का शव उनके पैतृक गांव पहुंचा।
रायबरेलीः जम्मू के अखनूर सेक्टर में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए अजय पाल सिंह का शव उनके पैतृक गांव पहुंचा। उनके अंतिम दर्शन करने और शव यात्रा में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़े। गांव के बुजुर्ग से लेकर बच्चों तक के आंखों में आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे।
जानकारी के अनुसार शहीद अजय पाल सिंह की शादी 12 जून 2017 को हुई थी। जैसे ही उसने अपने पति के शव तिरंगे में लिपटा देखा तो वह बेहोश हो गर्इ। पत्नी को विश्वास नहीं हो रहा था कि उसका पति इस दुनिया को अलविदा कह गया है। वहीं शहीद के पिता रामसिंह ने कहा कि वो बेटे का अंतिम संस्कार तभी करेगें, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके घर आएंगे। ग्रामीणों ने इसी मांग को लेकर इलाहाबाद-लखनऊ हाइवे जाम कर दिया है।
3 घंटे से अधिक लगे जाम की वजह से वाहन 5 किलोमीटर से अधिक बेतरतीब खड़े हैं। भीषण गर्मी की वजह से जाम में फंसे बच्चे बिलबिला रहे हैं। शहीद के परिजनों की मांग है कि मुख्यमंत्री यहां आकर उनके दो भाइयों को नौकरी का आश्वासन दें। दूसरी ओर, शहीद के रिश्तेदार रामउजागर सिंह ने कहा कि शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए मुख्यमंत्री को आना चाहिये, हालांकि जिला प्रशासन ने सूचित किया है कि मंत्री नन्द कुमार नन्दी शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए आ रहे हैं।