Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jul, 2017 06:11 PM
राष्ट्रपति चुनाव के लिये वोटिंग खत्म हो चुकी है। लेकिन वोटिंग के दौरान समाजवादी पार्टी दो खेमों में बंटी हुई दिखाई दी। जहां एक दल राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार मीरा कुमार के समर्थन में नजर आया तो दूसरा खेमा रामनाथ कोंविद के पक्ष में वोट दिया।
लखनऊ(अनिल सैनी): राष्ट्रपति चुनाव के लिये वोटिंग खत्म हो चुकी है। लेकिन वोटिंग के दौरान समाजवादी पार्टी दो खेमों में बंटी हुई दिखाई दी। जहां एक दल राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार मीरा कुमार के समर्थन में नजर आया तो दूसरा खेमा रामनाथ कोंविद के पक्ष में वोट दिया।
वहीं मीरा के समर्थन में वोट देने पहुंचे आजम खां ने राष्ट्रपति पद के लिए शिवपाल के रामनाथ कोविंद को समर्थन देने पर आजम ने जवाब दिया कि ये उनका मामला है। मेरा नाम आजम खां है और मैं समाजवादी पार्टी के साथ हूं। आजम से पूछा गया कि आप नेता जी का आदेश मानेंगे या पार्टी का तो इस पर उनका जवाब था, समाजवादी पार्टी का।
वहीं दूसरी ओर सपा के ही पूर्व मंत्री राजा भैया ने बीजेपी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार राम कोंविद के समर्थन में वोट डाला। जहां सपा के दूसरे विधायकों ने मीरा कुमार को अच्छा राष्ट्रपति उम्मीदवार बताया तो वहीं राजा भैया ने रामनाथ कोंविद की तारीफ की। माध्यमिक वित्त विहिन शिक्षक महासभा के यूपी अध्यक्ष राजेन्द्र प्रताप सिंह ने भी रामनाथ कोंविद को दावेदारी को मजबूत बताया।
बहरहाल राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार राम कोंविद और मीरा कुमार की किस्मत मतपेटियों में बंद हो चुकी है। लेकिन एक बात तो साफ है कि वोटिंग के दिन भी समाजवादी पार्टी का खुलेआम दो खेमों में बंटा होना इस बात को बताता है कि समाजवादी पार्टी में अब सुलह के कोई आसार नहीं है। मुलायम और शिवपाल खेमे का रामकोविंद को समर्थन देना कहीं ना कहीं बीजेपी पक्ष में जाने का इशारा तो नहीं कर रहा।