Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 06:24 PM
राष्ट्रीय लोकदल ने दरोगा भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि बहुत प्रतीक्षा के बाद परीक्षा आयोजित की गयी और लाखों बेरोजगारों में नौकरी पाने की आशा की किरण दिखाई पड़ी।
लखनऊ: राष्ट्रीय लोकदल ने दरोगा भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि बहुत प्रतीक्षा के बाद परीक्षा आयोजित की गयी और लाखों बेरोजगारों में नौकरी पाने की आशा की किरण दिखाई पड़ी। मगर प्रदेश सरकार द्वारा परीक्षा की गोपनीयता सुरक्षित नहीं रखी जा सकी और लाखों युवाओं की आशाओं पर पानी फिर गया।
रालोद के प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद ने आज एक बयान में कहा कि क्या यही सरकार के कामों की पारदर्शिता है कि वह परीक्षा जैसी गोपनीयता को सार्वजनिक करके कुशल प्रशासन का परिचय देना चाह रही है। पिछली सरकारों ने पुलिस भर्तियां सदैव अव्यवस्थित तरीको से की गयी और अधिकतर लोग न्यायालय की शरण में गये जहां पर सरकारों की त्रुटियां उजागर हुई।
इस सरकार को पूर्व में घटित उदाहरणों से सीख लेने की आवश्यकता थी और बेरोजगारों के घावों पर मलहम लगाने की जस्रत थी जबकि इस सरकार ने घावों पर नमक छिड़कने का काम किया है जिसको प्रदेश के करोड़ो बेरोजगार एवं उनके परिवार भुला नहीं पायेंगे।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने इस दरोगा भर्ती परीक्षा की गोपनीयता भंग होने की सी0बी0आई0 जांच की मांग करते हुये कहा कि यह सरकार का नैतिक दायित्व है कि वह जांच कराकर दोषी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करे ताकि बेरोजगारो में आने वाले समय में परीक्षाओं की शुचिता के सन्दर्भ में विश्वास हो सके।