Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Mar, 2018 09:14 PM
लापता बच्चों की तलाश के लिए चलाए जा रहे उत्तराखण्ड पुलिस के ऑपरेशन स्मॉइल को अब विस्तार दिया जा रहा है। राज्य के प्रत्येक जिले में ''मिसिंग पर्सन स्क्वायड'' का गठन किया जाएगा। यह स्क्वायड सिर्फ बच्चों की नहीं...
देहरादून: लापता बच्चों की तलाश के लिए चलाए जा रहे उत्तराखण्ड पुलिस के ऑपरेशन स्मॉइल को अब विस्तार दिया जा रहा है। राज्य के प्रत्येक जिले में 'मिसिंग पर्सन स्क्वायड' का गठन किया जाएगा। यह स्क्वायड सिर्फ बच्चों की नहीं बल्कि लापता व्यक्तियों की भी तलाश करेगा। यह जानकारी पुलिस मुख्यालय में आयोजित ऑपरेशन स्मॉइल की समीक्षा बैठक में दी गई। शुक्रवार को पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने पुलिस मुख्यालय में ऑपरेशन स्मॉइल की समीक्षा की। पुलिस अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने ऑपरेशन स्मॉइल की सफलता के लिए इस आपरेशन में जुटे पुलिस कर्मियों को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि लापता बच्चों की तलाश के लिए चलाया गया यह ऑपरेशन सराहनीय है, लेकिन यह अभियान कभी समाप्त नहीं होगा। इसे निरंतर जारी रखना होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस का कार्य बड़ा कठिन है। उसके सामने हमेशा चुनौती रहती है। चुनौती पूर्ण कार्य करते हुए कभी पुलिस से चूक भी हो जाती है, लेकिन हमेशा प्रयास होना चाहिये कि हमसे गलतियां न हों। रतूड़ी ने कहा कि ऑपरेशन स्मॉइल एक ऐसा काम है जो बगैर जनसहयोग के सफल नहीं हो सकता। पुलिस के इस आपरेशन को सफल बनाने में आम लोगों की भी बड़ी भूमिका रही। अपर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बैठक में जानकारी दी कि अब पुलिस बच्चों के साथ ही लापता हुए हर वर्ग के व्यक्तियों को मुहिम चलाकर तलाश करेगी। इसके लिए राज्य के सभी 13 जिलों में 'मिसिंग पर्सन स्क्वायड' गठित किया जा रहा है। हर स्क्वायड में 5-6 पुलिस कर्मियों को शामिल किया जाएगा।
नौ चरणों में तलाशे 1561 बच्चे
उत्तराखण्ड पुलिस के ऑपरेशन स्मॉइल की सफलता की गवाही आंकड़े दे रहे हैं। पुलिस ने इस अभियान के नौ चरण पूरे कर लिए हैं। इस दौरान पुलिस ने कुल 1561 बच्चों को खोज निकाला, जो किसी न किसी वजह से गुम हो गए थे। बीते फरवरी माह में पुलिस ने ऑपरेशन स्मॉइल का नौवां चरण चलाकर कुल 295 बच्चों को खोजा था।
मंजू पाण्डेय को 15 अगस्त के समारोह में मिलेगा पदक
ऑपरेशन स्मॉइल में अहम भूमिका निभाने वाले पुलिसकर्मियों को पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी की ओर से प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। एडीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि इस ऑपरेशन में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली चम्पावत जिले में तैनात महिला कांस्टेबल मंजू पाण्डेय को आगामी पन्द्रह अगस्त को देहरादून में आयोजित होने वाले समारोह में सम्मान स्वरूप पदक दिया जाएगा।