Edited By ,Updated: 05 Dec, 2016 03:45 PM
नोटबंदी के चलते सबसे ज्यादा परेशानी किसानों को हो रही है। समय पर खाद, बीज और कीटनाशक दवा नहीं मिलने से गेहूँ की बुवाई प्रभावित हो रही है। खाद और बीज के लिए किसान ईधर-उधर भटक रहे हैं।
खुर्जा (उ.प्र.): नोटबंदी के चलते सबसे ज्यादा परेशानी किसानों को हो रही है। समय पर खाद, बीज और कीटनाशक दवा नहीं मिलने से गेहूँ की बुवाई प्रभावित हो रही है। खाद और बीज के लिए किसान ईधर-उधर भटक रहे हैं। दिसंबर माह शुरू होने के बाद भी किसान गेहूँ की बुवाई नहीं कर पाए है। ऐसे में काफी रकबा खाली रहने की उम्मीद है।
गांव जरारा निवासी किसान ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि मंडी में आढ़ती पुराने नोट या चैक दे रहे हैं। जिस कारण खाद-बीज खारीदने में दिक्कत आ रही है। गांव सोही निवासी किसान प्रभु दयाल ने बताया कि एक सप्ताह पहले मंडी में धान बेचे तो आढ़ती ने चैक थमा दिया। दो दिन लाईन में लगने के बाद दो हजार रूपये मिले। अब इनमें खाद, बीज, डीजल और घर का जरूरी सामान कैसे खरीदा जा सकता है।
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