Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jan, 2018 09:27 AM
विवादों के मकड़जाल में उलझी संजय लीला भंसाली की बहुचर्चित फिल्म ‘पद्मावत’ को उच्चतम न्यायालय से भले ही राहत मिल गई हो, मगर फिल्म की गुरूवार को रिलीज से पहले यूपी में विरोध प्रदर्शन चरम पर पहुंच गया है।
लखनऊ: विवादों के मकड़जाल में उलझी संजय लीला भंसाली की बहुचर्चित फिल्म ‘पद्मावत’ को उच्चतम न्यायालय से भले ही राहत मिल गई हो, मगर फिल्म की गुरूवार को रिलीज से पहले यूपी में विरोध प्रदर्शन चरम पर पहुंच गया है। लखनऊ, कानपुर, नोएडा, मथुरा, मेरठ, सहारनपुर, हरदोई और बरेली समेत सूबे के तमाम जिलों में कई संगठनों ने फिल्म के प्रदर्शन के विरोध में प्रदर्शन किया और फिल्म निर्देशक का पुतला फूंका। उधर, फिल्म की गुरुवार को होने वाली रिलीज के मद्देनजर पुलिस ने सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम किए हैं।
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) आनन्द कुमार ने बताया कि कुछ संगठन पद्मावत फिल्म के रिलीज होने का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेश का अक्षरश: पालन कराया जाएगा, इसलिए सिनेमाघरों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के साथ उनके मालिकों को भी निजी रुप से सुरक्षा मुहैया कराने को कहा गया है। साथ ही पुलिस को विशेष चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से सभी को विरोध करने का अधिकार है लेकिन किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इस बाबत सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सिनेमा मालिकों को पूरा अधिकार है कि वे फिल्म रिलीज करें या न करें लेकिन किसी को डरने की जरुरत नहीं है। कुमार ने बताया कि कानपुर,हापुड़, मेरठ और नोएडा में इस फिल्म के विरोध के मामले प्रकाश में आए हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
इस फिल्म के विरोध में लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में वेव सिनेमा पर कुछ युवकों ने विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने मामले में 7 युवकों को हिरासत में लिया है। इस बीच, मथुरा से मिली रिपोर्ट के अनुसार शहरी क्षेत्र में रेलगाड़ी को रोका गया वहीं ग्रामीण अंचल में संजय लीला भंसाली का पुतला फूंका गया। वहीं दिल्ली मथुरा रेल मार्ग पर भूतेश्वर स्टेशन पर आंदोलनकारियों ने दिल्ली आगरा पैसेंजर गाड़ी को लगभग 20 मिनट तक रोके रखा। गोवर्धन मेें डीग अड्डे पर प्रदर्शनकारियों ने संजय लीला भंसाली का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की।