Exclusive निठारी कांडः नरपिशाच की खाैफनाक कहानी पढ़कर कांप जाएगी रूह!

Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jul, 2017 04:11 PM

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नाेएडा के बहुचर्चित निठारी कांड ने पूरे देश काे दहला दिया था। इस मामले में गाजियाबाद की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई ) की विशेष अदालत ने मनिन्दर सिंह पंढेर और सुरेन्द्र कोली को आज फांसी की सजा सुनाई है।

गाजियाबादः नाेएडा के बहुचर्चित निठारी कांड ने पूरे देश काे दहला दिया था। इस मामले में गाजियाबाद की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई ) की विशेष अदालत ने मनिन्दर सिंह पंढेर और सुरेन्द्र कोली को आज फांसी की सजा सुनाई है। दोनों दोषियों को फांसी के साथ 35-35 हजार रुपये का जुर्माना भी सुनाया गया। हम आपकाे इस खाैफनाक कहानी के बारे में बता रहे हैं जिसे सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी। 

नर पिशाच की खाैफनाक दास्तान-
बता दें कि 5 अक्टूबर 2006 को पति से बताकर आनंदा देवी लोगों के घरों में झाडू-पोछा का काम करने के लिए गई थी। घर से जाते समय आनंदा ने पति से बताया कि वह काम से वापस लोटते समय सुरेंद्र कोली के घर से होकर आएगी। लेकिन उसके बाद नंदा देवी घर वापस नहीं लौटी। वह रहस्यमयी तरीके से गायब हो गई उसका कहीं पता नहीं चला। उसके पति ने नोएडा के सेक्टर-20 थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

29 दिसंबर 2006: सुरेंद्र कोली को सिविल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में कई चौंकाने वाला खुलासा हुआ। घर के पास नाले में कई मानव नर कंकाल और खोपडिय़ां बरामद हुईं। उन मामलों में से नंदा देवी के भी कपड़े बरामद हुए जिसे उसके पति ने पहचाना। इन मामलों के बाद सुरेंद्र कोली के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। फिर इस मामले की जांच विशेष अदालत सीबीआई ने की। सीबीआई विचारण के बाद कोर्ट में करीब 50 गवाहों को कोली के खिलाफ पेश किया जबकि कोली की तरफ से मात्र एक गवाह को पेश किया गया था। लेकिन कोली के गुण दोष को देखते हुए कोर्ट ने उसे फांसी की सजा सुनाई है।

टल चुकी है फांसी की सजा
इससे पहले साल 2014 में ही सुरेंद्र कोली को निठारी कांड में दोषी करार दिया गया था और उसे फांसी की सजा दी गई थी। उस वक्त कोली को मेरठ जेल में 12 सितंबर 2014 को फांसी दी जानी थी, लेकिन देश की शीर्ष अदालत ने उसकी फांसी पर रोक लगा दी थी।

अब तक हो चुकी है 7 मामलों में फांसी-
सुरेंद्र कोली को अब तक इन 7 मामलों में फांसी की सजा हो चुकी है।
-13 सितंबर 2009: एक बच्ची की हत्या का आरोप में
-12 मई 2010: एक बच्ची की हत्या का मामला
-28 सितंबर 2010: एक आैर बच्ची की हत्या का आरोप
-22 दिसंबर 2010: एक बच्ची का मर्डर
-24 दिसंबर 2012: एक बच्ची की हत्या का मामला
-7 अक्टूबर 2016: एक महिला की हत्या का आरोप मामले
-16 दिसंबर 2016: एक युवती की हत्या का आरोप

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