Edited By ,Updated: 22 Mar, 2017 03:32 PM
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद को दोनों पक्षों द्वारा आपस में मिलकर सौहार्दपूर्ण ढंग से इसका हल निकालने की उच्चतम न्यायालय की सलाह पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद को दोनों पक्षों द्वारा आपस में मिलकर सौहार्दपूर्ण ढंग से इसका हल निकालने की उच्चतम न्यायालय की सलाह पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। मायावती ने कहा है कि मामला सुप्रीम कोर्ट के अधीन है तो उनका ही फैसला सर्वमान्य होगा।
क्या कहा है सुप्रीम कोर्ट ने?
सुप्रीम कोर्ट ने रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद से जुड़े पक्षों से इस मुद्दे को मिल बैठकर सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने की सलाह दी है। कोर्ट ने कहा कि ये धर्म और आस्था से जुड़ा मामला है। जरुरत पडऩे पर सुप्रीम कोर्ट इस मामले में मध्यस्थता करने को तैयार है। अगर सहमति नहीं बनती तो सुप्रीम कोर्ट दखल देने और मामले को हल के लिए मध्यस्थ नियुक्त करने के लिए तैयार है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के इस निर्देश के बाद जहां दोनों पक्षों ने इसका स्वागत किया है वहीं कई राजनीतिक दलों ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है।